Class 6 Sanskrit Chapter 8 सूक्तिस्तबकः

Class 6 Sanskrit Chapter 8 Hindi translation

Class 6 Sanskrit Chapter 8

Class 6 Sanskrit Chapter 8 Hindi translation अष्टमः पाठः सूक्तिस्तबकः [सूक्तियों का गुच्छा (फूलों का समूह)]

पाठ परिचय-

अष्टमः पाठः सूक्तिस्तबकः सूक्तियों का गुच्छा (फूलों का समूह) प्रस्तुत पाठ में संस्कृत की कुछ श्रेष्ठ सूक्तियों का संकलन हुआ है। ‘सूक्ति’ शब्द का अर्थ है- अच्छा वचन। कम शब्दों में जीवन के मूल्यवान् आदर्शों को सुन्दरता से व्यक्त करने के लिए संस्कृत-साहित्य में हजारों सूक्तियाँ प्रसिद्ध हैं। इस पाठ में पाँच महत्त्वपूर्ण सूक्तियों से युक्त प्रेरणास्पद श्लोक दिये गये हैं।

Class 6 Sanskrit Chapter 8 सूक्तिस्तबकः

पाठ के कठिन शब्दार्थNCERT Class 6 Sanskrit

उद्यमेनपरिश्रम से
मनोरथैःमन की इच्छा से
सिंहःशेर
मृगाःहिरण
दरिद्रतादीनता/कृपणता
प्रियवाक्यप्रदानेनप्रिय वचन बोलने से
तुष्यन्तिसन्तुष्ट/प्रसन्न होते हैं
मानवाःमनुष्य
तस्मात्इसलिये
वक्तव्यम्बोलना चाहिए
वचनेबोलने में
साधितःउपयोग किया
भवेत्होगा/होना चाहिए
सार्थकःअर्थपूर्ण/प्रयोजन युक्त
काकःकौआ
कृष्णःकाला
पिकःकोयल
पिककाकयोःकोयल और कौए में
प्राप्तेआने पर
गच्छन्जाता हुआ
पिपीलकःनर चींटी
यातिजाता है
योजनानाम्4 कोसों का (लगभग 12 किमी.)
शतानिसौ
अगच्छन्न चलते हुए
वैनतेयःगरुड़

Class 6 Sanskrit Chapter 8 Hindi translation

पाठ के श्लोकों का अन्वय एवं हिन्दी भावार्थ

(1) Class 6 Sanskrit Chapter 8 Hindi translation

उद्यमेन हि सिध्यन्ति ………………………. प्रविशन्ति मुखे मृगाः ॥

अन्वयः-

कार्याणि उद्यमेन हि सिध्यन्ति, मनोरथैः न (सिध्यन्ति) । हि सुप्तस्य सिंहस्य मुखे मृगाः न प्रविशन्ति ।

हिन्दी भावार्थ-

परिश्रम से ही सभी कार्य सिद्ध (पूर्ण) होते हैं, मन की इच्छा मात्र से सिद्ध नहीं होते हैं । क्योंकि सोये हुए शेर के मुख में हिरण (पशु) प्रवेश नहीं करते हैं। अतः हमें सदैव परिश्रम करते रहना चाहिए।

(2) Class 6 Sanskrit Chapter 8 Hindi translation

पुस्तके पठितः पाठः …………………………… जीवने यो न सार्थकः ॥

अन्वयः-

(यदि) पुस्तके पठितः पाठः जीवने न साधितः । (तर्हि) जीवने यः सार्थकः न, तेन पाठेन किं भवेत्?

हिन्दी भावार्थ-

(यदि) पुस्तक में पढ़ा गया पाठ जीवन में उपयोग में नहीं लाया गया (तो) जीवन में जो (पाठ) सार्थक (अर्थपूर्ण) नहीं है उस पाठ से क्या लाभ? अर्थात् पुस्तक में से प्राप्त ज्ञान का उपयोग जीवन में अवश्य ही करना चाहिए।

(3) Class 6 Sanskrit Chapter 8 Hindi translation

प्रियवाक्यप्रदानेन सर्वे ……………………… वचने का दरिद्रता ॥

अन्वयः-

सर्वे मानवाः प्रियवाक्यप्रदानेन तुष्यन्ति; तस्मात् प्रियं हि वक्तव्यम्; वचने का दरिद्रता (स्यात्) ।

हिन्दी भावार्थ-

सभी मनुष्य प्रिच वचन कहने से प्रसन्न (सन्तुष्ट) हो जाते हैं। इसलिए मधुर वचन ही बोलने चाहिए। बोलने में कंजूसी क्यों? अर्थात् मधुर वचन से सभी प्रसन्न होते हैं, इसलिए सदैव मधुर वाणी का ही प्रयोग करना चाहिए।

(4) Class 6 Sanskrit Chapter 8 Hindi translation

गच्छन् पिपीलको याति ……………………… पदमेकं न गच्छति

अन्वयः-

गच्छन् पिपीलकः शतानि योजनानाम् अपि याति । अगच्छन् वैनतेयः एकं पदं अपि न गच्छति ।

हिन्दी भावार्थ-

चलती हुई चींटी सैकड़ों योजन पार कर लेती है। (किन्तु) न चलता हुआ गरुड़ एक कदम भी नहीं जाता है। अर्थात् निरन्तर प्रयास करने से सभी कार्य सिद्ध हो जाते हैं।

(5) Class 6 Sanskrit Chapter 8 Hindi translation

काकः कृष्णः पिकः कृष्णः ……………… काकः काकः पिकः पिकः ॥

अन्वयः-

काकः कृष्णः पिकः (च) कृष्णः । पिककाकयोः कः भेदः? वसन्तसमये प्राप्ते काकः काकः, पिकः पिक: (भवति) ।

हिन्दी भावार्थ-

कौआ काला है, (और) कोयल काली है। (तब) कोयल और कौए में क्या अन्तर है? वसन्त ऋतु आने पर कौआ, कौआ है और कोयल, कोयल ही है। अर्थात् बाह्य रूप से एकसमान होने पर भी समय आने पर उनके आन्तरिक गुणों के प्रकट हो जाने से दोनों का अन्तर स्पष्ट हो जाता है ।

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Class 6th Sanskrit Chapter 8 पाठ्यपुस्तक के प्रश्नोत्तर

प्रश्न 1. सर्वान् श्लोकान् सस्वरं गायत । (सभी श्लोकों का स्वर सहित गान कीजिए।)

उत्तरम्- [ नोट- अपने अध्यापकजी की सहायता से स्वरसहित श्लोकों का गान कीजिए।]

प्रश्न 2. श्लोकांशान् योजयत- (श्लोकांशों का मिलान कीजिए)

         
तस्मात् प्रियं हि वक्तव्यंसर्वे तुष्यन्ति जन्तवः
गच्छन् पिपीलको यातिजीवने यो न सार्थकः
प्रियवाक्यप्रदानेनको भेदः पिककाकयोः
किं भवेत् तेन पाठेनयोजनानां शतान्यपि
काकः कृष्णः पिकः कृष्णःवचने का दरिद्रता
उत्तरम्-   क     ख
तस्मात् प्रियं हि वक्तव्यम्वचने का दरिद्रता
गच्छन् पिपीलको यातियोजनानां शतान्यपि
प्रियवाक्यप्रदानेनसर्वे तुष्यन्ति जन्तवः
किं भवेत् तेन पाठेनजीवने यो न सार्थकः
काकः कृष्णः पिकः कृष्णःको भेदः पिककाकयोः

प्रश्न 3. प्रश्नानाम् उत्तराणि लिखत (प्रश्नों के उत्तर लिखिए)

(क) सर्वे जन्तवः केन तुष्यन्ति?

उत्तरम्- सर्वे जन्तवः प्रियवाक्यप्रदानेन तुष्यन्ति ।

(ख) पिककाकयोः भेदः कदा भवति?

उत्तरम्- पिककाकयोः भेदः वसन्तसमये भवति ।

(ग) कः गच्छन् योजनानां शतान्यपि याति?

उत्तरम्- पिपीलकः गच्छन् योजनानां शतान्यपि याति ।

(घ) अस्माभिः किं वक्तव्यम् ?

उत्तरम्- अस्माभिः प्रियं वक्तव्यम् ।

प्रश्न 4. उचितकथनानां समक्षम् ‘आम्’ अनुचितकथनानां समक्षं ‘न’ इति लिखत (उचित कथनों के सामने ‘आम्’ और अनुचित कथनों के सामने ‘न’ लिखिए)

(क) काकः कृष्णः न भवति ।

उत्तरम्- न।

(ख) अस्माभिः प्रियं वक्तव्यम्।

उत्तरम्- आम्।

(ग) वसन्तसमये पिककाकयोः भेदः भवति ।

उत्तरम्- आम्।

(घ) वैनतेयः पशुः अस्ति ।

उत्तरम्- न।

(ङ) वचने दरिद्रता न कर्त्तव्या ।

उत्तरम्- आम्।

प्रश्न 5. मञ्जूषातः समानार्थकानि पदानि चित्वा लिखत (मंजूषा से समानार्थकं पद चुनकर लिखिए)

ग्रन्थे   कोकिलः   गरुड़ः   परिश्रमेण   कथने

उत्तरम्-

वचने – कथने

वैनतेयः – गरुड़ः

पुस्तके – ग्रन्थे

उद्यमेन – परिश्रमेण

पिकः – कोकिलः

प्रश्न 6. विलोमपदानि योजयत (विलोम पदों का मिलान कीजिए-)

   क   ख
सार्थकःआगच्छति
कृष्णःश्वेतः
अनुक्तम्सुप्तस्य
गच्छतिउक्तम्
जागृतस्यनिरर्थकः
उत्तरम्- क  ख
सार्थकःनिरर्थकः
कृष्णःश्वेतः
अनुक्तम्उक्तम्
गच्छतिआगच्छति
जागृतस्यसुप्तस्य

Class 6th Sanskrit Chapter 8 अन्य महत्त्वपूर्ण प्रश्नोत्तर

बहुविकल्पात्मकप्रश्नाः- Class 6 Sanskrit

प्रश्नः- अधोलिखितप्रश्नानाम् उत्तराणि विकल्पेभ्यः चित्वा लिखत-

(i) कार्याणि केन सिध्यन्ति ?

(अ) उद्यमेन

(ब) धनेन

(स) मनोरथेन

(द) बलेन

उत्तरम्- (अ) उद्यमेन

(ii) ‘प्रविशन्ति’ इति पदे कः उपसर्गः ?

(अ) वि

(ब) प्रति

(स) प्र

(द) आ

उत्तरम्- (स) प्र

(iii) जीवने कीदृशः पाठः साधनीयः ?

(अ) अपठितः

(ब) पठितः

(स) कठिनः

(द) सरलः

उत्तरम्- (ब) पठितः

(iv) प्रियवाक्यप्रदानेन सर्वे मानवाः …………………… रिक्तस्थानं पूरयत।

(अ) गच्छन्ति

(ब) रुदन्ति

(स) हसन्ति

(द) तुष्यन्ति

उत्तरम्- (द) तुष्यन्ति

(v) …………………… वैनतेयोऽपि पदमेकं न गच्छति । रिक्तस्थानं पूरयत।

(अ) अगच्छन्

(ब) गच्छन्

(स) वदन्

(द) हसन्

उत्तरम्- (अ) अगच्छन्

(vi) तस्मात् ………………… हि वक्तव्यम्। रिक्तस्थानं पूरयत ।

(अ) अप्रियं

(ब) असत्यं

(स) प्रियम्

(द) सत्यं

उत्तरम्- (स) प्रियम्

Class 6 Sanskrit अतिलघूत्तरात्मकप्रश्नाः-

प्रश्नः- एकपदेन प्रश्नान् उत्तरत-

(क) कार्याणि केन सिध्यन्ति ?

उत्तरम्- उद्यमेन

(ख) सर्वदा कीदृशं वक्तव्यम् ?

उत्तरम्- प्रियम्

(ग) कस्मिन् दरिद्रता न करणीयाः ?

उत्तरम्- वचने

(घ) पिककाकयो: भेदः कदा दृश्यते ?

उत्तरम्- वसन्तसमये

(ङ) अगच्छन् कः पदमेकं न गच्छति ?

उत्तरम्- वैनतेयः

NCERT Class 6 Sanskrit लघूत्तरात्मकप्रश्नाः-

प्रश्न:- पूर्णवाक्येन प्रश्नान् उत्तरत-

(क) कस्य मुखे मृगाः न प्रविशन्ति?

उत्तरम्- सुप्तस्य सिंहस्य मुखे मृगा नः प्रविशन्ति ।

(ख) कार्याणि कैः न सिध्यन्ति?

उत्तरम्- कार्याणि मनोरथैः न सिध्यन्ति ।

(ग) पुस्तके पठितः पाठः कुत्र साधनीयः ?

उत्तरम्- पुस्तके पठितः पाठः जीवने साधनीयः ।

(घ) प्रियवाक्यप्रदानेन के तुष्यन्ति ?

उत्तरम्- प्रियवाक्यप्रदानेन सर्वे मानवा: तुष्यन्ति ।

Class 6 Sanskrit Chapter 7 Hindi translation

Class 6 Sanskrit Chapter 7 Hindi translation

Class 6 Sanskrit Chapter 7 Bakasya Pratikar

Class 6 Sanskrit Chapter 7 Hindi translation- प्रस्तुत कथा के अनुसार किसी वन में गीदड़ और बगुला रहते थे। वे दोनों मित्र थे । एक बार गीदड़ ने भोजन का निमन्त्रण बगुले को दिया।

गीदड़ कुटिल स्वभाव का था। जब प्रसन्नतापूर्वक बगुला गीदड़ के निवास पर गया तब गीदड़ ने थाली में बगुले को खीर देते हुए कहा कि “हम दोनों इसी बर्तन में साथ ही भोजन करेंगे।” भोजन के समय बगुला अपनी चोंच से थाली में से भोजन ग्रहण करने में असमर्थ होकर केवल देखता ही रहा तथा गीदड़ सारी खीर खा गया।

गीदड़ से ठगे हुए बगुले ने सोचा कि इसने मेरे साथ जैसा व्यवहार किया है, मैं भी इसके साथ वैसा ही व्यवहार करूँगा। ऐसा सोचकर बगुले ने भोजन हेतु गीदड़ को निमन्त्रण दिया। गीदड़ प्रसन्न होकर अगले दिन बगुले के निवास पर पहुँचा।

तब बगुले ने गीदड़ को एक संकुचित (तंग) मुख वाले घड़े में खीर देते हुए कहा कि-” हे मित्र ! हम दोनों इसी बर्तन में साथ ही भोजन करेंगे।” बगुला चोंच से सारी खीर को खा गया, किन्तु गीदड़ का मुख उस घड़े में नहीं आया और वह ईर्ष्या से देखता रहा । इस प्रकार बगुले ने गीदड़ के साथ वैसा ही व्यवहार करके बदला ले लिया।

सप्तमः पाठः- बकस्य प्रतीकारः (बगुले का दबाव)

पाठ परिचय- प्रस्तुत पाठ में एक कथा के माध्यम से यह बताया गया है कि दुर्व्यवहार का फल दुःखदायी होता है। अतः सुख चाहने वाले मनुष्य को हमेशा सद्व्यवहार करना चाहिए।

साथ ही इस पाठ में अव्ययों का ज्ञान कराया गया है। अव्यय वे शब्द होते हैं जिनके रूप में लिंग, वचन, पुरुष, काल आदि के कारण कोई भी परिवर्तन नहीं आता है।

जैसे-

सः सदा पठति।

सा सदा पठति।

ते सदा पठन्ति।

वयम् सदा पठिष्यामः।

त्वम् सदा पठसि, आदि।

पाठ के कठिन शब्दार्थ

शृगालःसियार
बकःबगुला
आसीत्था या थी
एकदा (अव्यय)एक बार
अवदत्बोला
श्वः(आने वाला) कल
कुरुकरो
स्थाल्याम्थाली में
अयच्छत्दिया
सङ्कीर्णमुखेसंकुचित मुख वाले
सहैव (सह + एव)साथ ही
चञ्चुःचोंच
स्थालीतःथाली से
अपश्यत्देखता था या देखती थी
अभक्षयत्खाया या खायी
चिंतयित्वासोचकर
प्रतीकारम्बदला
सद्व्यवहर्तव्यम्अच्छा व्यवहार करना चाहिए
सुखैषिणासुख चाहने वाले के द्वारा

पाठ के गद्यांशों का हिन्दी अनुवाद एवं पठित अवबोधनम्-

(1) Class 6 Sanskrit Chapter 7 Hindi translation

एकस्मिन् वने शृगालः …………………… प्रसन्नः अभवत् ।

हिन्दी अनुवाद- एक वन में गीदड़ और बगुला रहते थे। उन दोनों में मित्रता थी। एक बार सुबह गीदड़ बगुले से बोला- “हे मित्र ! कल तुम मेरे साथ भोजन करो।” गीदड़ के निमन्त्रण से बगुला प्रसन्न हुआ।

पठित अवबोधनम्-

निर्देशः- उपर्युक्तं गद्यांशं पठित्वा एतदाधारितप्रश्नानाम् उत्तराणि लिखत-

प्रश्नाः-

(क) प्रातः शृगालः कम् अवदत्? (एकपदेन उत्तरत)

उत्तरम्- बकम् ।

(ख) कस्य निमन्त्रेण बकः प्रसन्नः अभवत्? (एकपदेन उत्तरत)

उत्तरम्- शृगालस्य ।

(ग) कयोः मित्रता आसीत्? (पूर्णवाक्येन उत्तरत)

उत्तरम्- शृगालस्य बकस्य च मित्रता आसीत् ।

(घ) ‘एकदा शृगालः बकम् अवदत्।’ इत्यत्र अव्ययं किम्?

उत्तरम्- एकदा ।

(ङ) ‘मित्र ! मया सह भोजनं कुरु।’ अत्र सर्वनामपदं किम्?

उत्तरम्- मया ।

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षष्ठः पाठः समुद्रतटः (समुद्र का किनारा)

(2) Class 6 Sanskrit Chapter 7 Hindi translation

अग्रिमे दिने सः भोजनाय …………………………… सर्वं क्षीरोदनम् अभक्षयत् ।

हिन्दी अनुवाद- अगले दिन वह भोजन के लिए गीदड़ के निवास पर जाता है। कुटिल स्वभाव वाला गीदड़ थाली में बगुले के लिए खीर देता है और बगुले से कहता है- “हे मित्र ! इस बर्तन में हम दोनों अब साथ ही खाते हैं।” भोजन के समय बगुले की चोंच थाली से भोजन लेने में समर्थ नहीं हुई। इसलिए बगुला केवल खीर को देखता है। किन्तु गीदड़ सारी खीर को खा गया।

पठित अवबोधनम्-

प्रश्नाः-

(क) शृगालः स्थाल्यां बकाय किम् अयच्छत्? (एकपदेन उत्तरत)

उत्तरम्- क्षीरोदनम् ।

(ख) कः सर्वं क्षीरोदनम् अभक्षयत्? (एकपदेन उत्तरत)

उत्तरम्- शृगालः ।

(ग) बकस्य चञ्चुः कस्मिन् समर्था न अभवत्? (पूर्णवाक्येन उत्तरत)

उत्तरम्- बकस्य चञ्चुः स्थालीत: भोजनग्रहणे समर्था न अभवत् ।

(घ) ‘अभक्षयत्’ इति क्रियापदस्य कर्तृपदं किम्?

उत्तरम्- शृगालः ।

(ङ) “आवाम् अधुना क्षीरोदनं खादावः”- इत्यत्र अव्ययपदं किम्?

उत्तरम्- अधुना ।

(3) Class 6 Sanskrit Chapter 7 Hindi translation

शृगालेन वञ्चितः बकः ……………………… शृगालः प्रसन्नः अभवत् ।

हिन्दी अनुवाद- सियार से ठगे हुए बगुले ने सोचा- “जिस प्रकार इसके द्वारा मेरे साथ व्यवहार किया गया है, उसी प्रकार मैं भी इसके साथ व्यवहार करूँगा।” इस प्रकार सोचकर वह सियार से बोला- “हे मित्र ! तुम भी कल सायंकाल मेरे साथ भोजन करना।” बगुले के निमंत्रण से सियार प्रसन्न हो गया।

पठितअवबोधनम्-

प्रश्नाः-

(क) बकः केन वञ्चितः? (एकपदेन उत्तरत)

उत्तरम्- शृगालेन ।

(ख) कस्य निमन्त्रेण शृगालः प्रसन्नः अभवत्? (एकपदेन उत्तरत)

उत्तरम्- बकस्य ।

(ग) शृगालः केन सह श्वः सायं भोजनं करिष्यति? (पूर्णवाक्येन उत्तरत)

उत्तरम्- शृगालः बकेन सह श्वः सायं भोजनं करिष्यति ।

(घ) “अपि श्वः सायं मया सह”- इत्यत्र अव्ययपदं किं न अस्ति?

उत्तरम्- मया ।

(ङ) ‘प्रातः’ इति पदस्य विलोमपदं चित्वा लिखत।

उत्तरम्- सायम् ।

(4) Class 6 Sanskrit Chapter 7 Hindi translation

यदा शृगालः सायं बकस्य ………………………… ईर्ष्यया अपश्यत् ।

हिन्दी अनुवाद- जब सियार शाम (सायंकाल) बगुले के निवास पर भोजन के लिए गया, तब बगुले ने छोटे मुख वाले कलश (सुराही) में खीर दी और सियार से बोला- “हे मित्र ! हम दोनों इसी बर्तन में साथ ही भोजन करते हैं।” बगुला कलश से चोंच के द्वारा खीर खा गया। किन्तु सियार का मुख कलश में नहीं पहुँचा। इसलिए बगुले ने ही सम्पूर्ण खीर को खाया। और सियार केवल ईर्ष्यापूर्वक देखता रहा।

पठित अवबोधनम्–

प्रश्नाः-

(क) शृगालः बकस्य निवासं कदा अगच्छत्? (एकपदेन उत्तरत)

उत्तरम्- सायंकाले ।

(ख) बकः शृगालाय कीदृशे कलशे क्षीरोदनम् अयच्छत्? ( एकपदेन उत्तरत)

उत्तरम्- सङ्कीर्णमुखे ।

(ग) कः केवलम् ईर्ष्यया अपश्यत्? (पूर्णवाक्येन उत्तरत)

उत्तरम्- शृगालः केवलम् ईर्ष्यया अपश्यत् ।

(घ) ‘शृगालः सायं बकस्य निवासम् अगच्छत्।’ अत्र अव्ययपदं किम् ?

उत्तरम्- सायम् ।

(ङ) ‘ईर्ष्यया’ इत्यत्र का विभक्तिः?

उत्तरम्- तृतीया ।

(5) Class 6 Sanskrit Chapter 7 Hindi translation

शृगालः बकं प्रति यादृशं ……………………… प्रतीकारम् अकरोत्।

उक्तमपि- आत्मदुर्व्यवहारस्य ……………………… मानवेन सुखैषिणा ।।

अन्वयः- आत्मदुर्व्यवहारस्य फलं दुःखदं भवति, तस्मात् सुखैषिणा मानवेन सद्व्यवहर्तव्यम्।

हिन्दी अनुवाद- गीदड़ ने बगुले के प्रति जैसा व्यवहार किया था, बगुले ने भी गीदड़ के प्रति वैसा ही व्यवहार करके बदला ले लिया। कहा भी गया है-

अपने द्वारा किए गये दुर्व्यवहार का फल दुःख देने वाला होता है। इसलिए सुख चाहने वाले मनुष्य के द्वारा अच्छा व्यवहार किया जाना चाहिए।

पठित अवबोधनम्-

प्रश्नाः-

(क) प्रतीकारम् कः अकरोत्? (एकपदेन उत्तरत)

उत्तरम्- बकः ।

(ख) कस्य फलं दुःखदं भवति? (एकपदेन उत्तरत)

उत्तरम्- दुर्व्यवहारस्य ।

(ग) सुखैषिणा मानवेन किं कर्त्तव्यम्? (पूर्णवाक्येन उत्तरत)

उत्तरम्- सुखैषिणा मानवेन सद्व्यवहारं कर्त्तव्यम् ।

(घ) ‘यादृशम्’ इत्यस्य विलोमशब्दः कः?

उत्तरम्- तादृशम् ।

(ङ) ‘कृत्वा’ इति पदे कः प्रत्ययः?

उत्तरम्- क्त्वा ।

पाठ्यपुस्तक के प्रश्नोत्तर Class 6 Sanskrit Chapter 7 Question Answer

प्रश्न 1. उच्चारणं कुरुत (उच्चारण कीजिए)

यत्रयदाअपिअहर्निशम्
तत्रतदाअद्यअधुना
कुत्रकदाश्वःएव
अत्रएकदाह्यःकुतः
अन्यत्रप्रातःसायम्

उत्तरम्- (नोट- उपर्युक्त अव्ययों का अर्थ जानकर शुद्ध उच्चारण कीजिए।)

प्रश्न 2. मञ्जूषातः उचितम् अव्ययपदं चित्वा रिक्तस्थानं पूरयत (मञ्जूषा से उचित अव्यय पद चुनकर रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए)

अद्य  अपि  प्रातः  कदा  सर्वदा  अधुना

उत्तरम्-

(क) प्रातः भ्रमणं स्वास्थ्याय भवति ।

(ख) सर्वदा सत्यं वद ।

(ग) त्वं कदा मातुलगृहं गमिष्यसि?

(घ) दिनेशः विद्यालयं गच्छति, अहम् अपि तेन सह गच्छामि ।

(ङ) अधुना विज्ञानस्य युगः अस्ति ।

(च) अद्य रविवासरः अस्ति ।

प्रश्न 3. अधोलिखितानां प्रश्नानाम् उत्तरं लिखत (अधोलिखित प्रश्नों के उत्तर लिखिए)

(क) शृगालस्य मित्रं कः आसीत्? (गीदड़ का मित्र कौन था?)

उत्तरम्- शृगालस्य मित्रं बकः आसीत् । (गीदड़ का मित्र बगुला था।)

(ख) स्थालीतः कः भोजनं न अखादत्? (थाली से किसने भोजन नहीं खाया?)

उत्तरम्- स्थालीतः बकः भोजनं न अखादत्। (थाली से बगुले ने भोजन नहीं खाया।)

(ग) बकः शृगालाय भोजने किम् अयच्छत्? (बगुले ने गीदड़ को भोजन में क्या दिया?)

उत्तरम्- बकः शृगालाय भोजने क्षीरोदनम् अयच्छत् । (बगुले ने गीदड़ को भोजन में खीर दी।)

(घ) शृगालस्य स्वभावः कीदृशः भवति? (गीदड़ का स्वभाव कैसा होता है?) उत्तरम्- शृगालस्य स्वभावः कुटिलः भवति । (गीदड़ का स्वभाव कुटिल होता है।)

प्रश्न 4. पाठात् पदानि चित्वा अधोलिखितानां विलोमपदानि लिखत (पाठ से पदों को चुनकर अधोलिखित के विलोम पद लिखिए)

यथा-शत्रुःमित्रम्
उत्तरम्-सुखदम्दुःखदम्
 दुर्व्यवहारःसद्व्यवहारः
 शत्रुतामित्रता
 सायम्प्रातः
 अप्रसन्नःप्रसन्नः
 असमर्थःसमर्थः

प्रश्न 5. मञ्जूषातः समुचितपदानि चित्वा कथां पूरयत (मञ्जूषा से समुचिंत पदों को चुनकर कथा को पूरा कीजिए)

मनोरथैः  पिपासितः  उपायम्  स्वल्पम्  पाषाणस्य  कार्याणि  उपरि  सन्तुष्टः  पातुम्  इतस्ततः  कुत्रापि

उत्तरम्- एकदा एकः काकः पिपासितः आसीत् । सः जलं पातुम् इतस्तततः अभ्रमत् । परं कुत्रापि जलं न प्राप्नोत् । अन्ते सः एकं घटम् अपश्यत् । घटे स्वल्पम् जलम् आसीत् । अतः सः जलम् पातुम् असमर्थः अभवत् । सः एकम् उपायम् अचिन्तयत् । सः पाषाणस्य खण्डानि घटे अक्षिपत् । एवं क्रमेण घटस्य जलम् उपरि आगच्छत् । काकः जलं पीत्वा सन्तुष्टः अभवत्। परिश्रमेण एव कार्याणि सिध्यन्ति न तु मनोरथैः

प्रश्न 6. तत्समशब्दान् लिखत (तत्सम शब्द लिखिए)

यथा-सियारशृगालः
उत्तरम्-कौआकाकः
 मक्खीमक्षिका
 बन्दरवानरः
 बगुलाबकः
 चोंचचञ्चुः
 नाकनासिका

अन्य महत्त्वपूर्ण प्रश्नोत्तर

बहुविकल्पात्मकप्रश्नाः Class 6 Sanskrit Chapter 7 Question Answer

प्रश्नः- अधोलिखितप्रश्नानाम् उत्तराणि विकल्पेभ्यः चित्वा लिखत

(i) शृगालस्य बकस्य च का आसीत्?

(अ) मित्रता

(ब) शत्रुता

(स) घृणा

(द) ईर्ष्या

उत्तरम्- (अ) मित्रता

(ii) बकः भोजनाय कस्य निवासम् अगच्छत्?

(अ) काकस्य

(ब) सिंहस्य

(स) शृगालस्य

(द) मूषकस्य

उत्तरम्- (स) शृगालस्य

(iii) शृगालस्य स्वभावः कीदृशः आसीत्?

(अ) प्रियः

(ब) कुटिलः

(स) विनम्रः

(द) सरलः

उत्तरम्- (ब) कुटिलः

(iv) आवाम् ………………… सहैव खादावः” –रिक्तस्थानं पूरयत ।

(अ) श्वः

(ब) अधुना

(स) ह्यः

(द) यथा

उत्तरम्- (ब) अधुना

(v) बकः प्रसन्नः ……………… । रिक्तस्थानं पूरयत।

(अ) अभवताम्

(ब) अभवन्

(स) अभवम्

(द) अभवत्

उत्तरम्- (द) अभवत्

(vi) ‘अभक्षयत्’ इत्यत्र कः लकारः?

(अ) लङ्

(ब) लट्

(स) लृट्

(द) लोट्

उत्तरम्- (अ) लङ्

अतिलघूत्तरात्मकप्रश्नाः-

प्रश्नः- एकपदेन प्रश्नान् उत्तरत Class 6 Sanskrit Chapter 7 Question Answer

(क) शृगालस्य निमन्त्रणेन कः प्रसन्नः अभवत्?

उत्तरम्- बकः

(ख) शृगालः बकाय क्षीरोदनं कस्मिन् अयच्छत्?

उत्तरम्- स्थाल्याम्

(ग) स्वभावेन शृगालः कीदृशः आसीत्?

उत्तरम्- कुटिलः

(घ) केन वञ्चितः बकः अचिन्तयत्?

उत्तरम्- शृगालेन

(ङ) शृगालः सायं कस्य निवासं भोजनाय अगच्छत्?

उत्तरम्- बकस्य

लघूत्तरात्मकप्रश्नाः-

प्रश्नः- पूर्णवाक्येन प्रश्नान् उत्तरत Class 6 Sanskrit Chapter 7 Question Answer

(क) बकः शृगालाय कस्मिन् क्षीरोदनम् अयच्छत्?

उत्तरम्– बकः शृगालाय सङ्कीर्णमुखे कलशे क्षीरोदनम् अयच्छत्।

(ख) बकः कलशात् केन क्षीरोदनम् अखादत्?

उत्तरम्- बंकः कलशात् चञ्च्वा क्षीरोदनम् अखादत्।

(ग) शृगालस्य मुखं कस्मिन् न प्राविशत्?

उत्तरम्- शृगालस्य मुखं कलशे न प्राविशत्।

(घ) आत्मदुर्व्यवहारस्य फलं कीदृशं भवति?

उत्तरम्- आत्मदुर्व्यवहारस्य फलं दुःखदम् भवति?

(ङ) केन मानवेन सद्व्यवहर्तव्यम्?

उत्तरम्- सुखैषिणा मानवेन सद्व्यवहर्तव्यम्।

निबन्धात्मकप्रश्नाः-

प्रश्नः- ‘बकस्य प्रतीकारः’ इति कथायाः सारं हिन्दीभाषया लिखत ।

उत्तर- कथा का सार- प्रस्तुत कथा के अनुसार किसी वन में गीदड़ और बगुला रहते थे। वे दोनों मित्र थे । एक बार गीदड़ ने भोजन का निमन्त्रण बगुले को दिया।

गीदड़ कुटिल स्वभाव का था। जब प्रसन्नतापूर्वक बगुला गीदड़ के निवास पर गया तब गीदड़ ने थाली में बगुले को खीर देते हुए कहा कि “हम दोनों इसी बर्तन में साथ ही भोजन करेंगे।” भोजन के समय बगुला अपनी चोंच से थाली में से भोजन ग्रहण करने में असमर्थ होकर केवल देखता ही रहा तथा गीदड़ सारी खीर खा गया।

गीदड़ से ठगे हुए बगुले ने सोचा कि इसने मेरे साथ जैसा व्यवहार किया है, मैं भी इसके साथ वैसा ही व्यवहार करूँगा। ऐसा सोचकर बगुले ने भोजन हेतु गीदड़ को निमन्त्रण दिया। गीदड़ प्रसन्न होकर अगले दिन बगुले के निवास पर पहुँचा।

तब बगुले ने गीदड़ को एक संकुचित (तंग) मुख वाले घड़े में खीर देते हुए कहा कि-” हे मित्र ! हम दोनों इसी बर्तन में साथ ही भोजन करेंगे।” बगुला चोंच से सारी खीर को खा गया, किन्तु गीदड़ का मुख उस घड़े में नहीं आया और वह ईर्ष्या से देखता रहा । इस प्रकार बगुले ने गीदड़ के साथ वैसा ही व्यवहार करके बदला ले लिया।

शिक्षा- दुर्व्यवहार का फल दुःखदायी होता है। अतः सुख चाहने वाले मनुष्य को हमेशा सद्व्यवहार करना चाहिए।

NCERT Solutions for Class 6 Sanskrit Chapter 6 Samudra tat

Class 6 Sanskrit Chapter 6 Samudra tat

Class 6 Sanskrit Chapter 6 समुद्रतटः

Class 6 Sanskrit Chapter 6 Samudra tat षष्ठः पाठः समुद्रतटः (समुद्र का किनारा) पाठ के कठिन शब्दार्थ पाठ के गद्यांशों का सरलार्थ एवं पठित अवबोधनम् पाठ्यपुस्तक के प्रश्नोत्तर अन्य महत्त्वपूर्ण प्रश्नोत्तर बहुविकल्पात्मकप्रश्नाः अतिलघूत्तरात्मकप्रश्नाः लघूत्तरात्मकप्रश्नाः

षष्ठः पाठः समुद्रतटः (समुद्र का किनारा) पाठ परिचय- प्रस्तुत पाठ में चित्रों के माध्यम से समुद्रतटों का वर्णन किया गया है। भारत में अनेक सुप्रसिद्ध समुद्रतट हैं, उनमें मुम्बई, गोवा, कोच्चि, कन्याकुमारी आदि अत्यधिक प्रसिद्ध समुद्रतट हैं।

इन समुद्रतटों पर देश-विदेश के हजारों पर्यटक भ्रमण के लिए आते हैं। इस पाठ में भारत के एक समुद्रतट का चित्र दिया गया है, जहाँ अनेक बालक विभिन्न प्रकार की क्रीड़ा कर रहे हैं।

इस पाठ में विशेष रूप से तृतीया एवं चतुर्थी विभक्ति के पदों का प्रयोग हुआ है।

पाठ के कठिन शब्दार्थ Class 6 Sanskrit Chapter 6

समुद्रतटःसमुद्र का किनारा
पर्यटनायघूमने के लिए
तरङ्गैःलहरों से या लहरों के साथ
नौकाभिःनौकाओं के द्वारा
जलविहारम्जलक्रीड़ा
बालुकाभिःबालुओं से
बालुकागृहम्बालू का घर या घरौंदा
मध्ये-मध्येबीच-बीच में
प्रवाहयन्तिधो देते हैं या बहा देते हैं
प्रचलति एवचलती ही रहती है
पर्यटनस्थानानिघूमने की जगह
मत्स्यजीविनःमछुआरे
स्वजीविकाम्अपनी जीविका को
चालयन्तिचलाते हैं
अतीवबहुत अधिक
स्वैरम्बे-रोक टोक या यथेच्छ
विहरन्तिघूमते हैं या टहलते हैं
दीर्घतमःसबसे लंबा
प्रायद्वीपःतीन तरफ जल से घिरा भू भाग
सङ्गमःमिलन
युगपदेवएक ही साथ
द्रष्टुं शक्यतेदेखा जा सकता है

पाठ के गद्यांशों का सरलार्थ एवं पठित अवबोधनम्

(1) Class 6 Sanskrit Chapter 6 Hindi translation

एषः समुद्रतटः ………………………… स्वजीविकां चालयन्ति।

सरलार्थ- यह समुद्र का किनारा है। यहाँ लोग घूमने के लिए आते हैं। कुछ लोग (यहाँ) लहरों के साथ खेलते हैं, और कुछ लोग नावों के द्वारा जल-विहार (पानी में घूमना, क्रीड़ा) करते हैं। उनमें से कुछ लोग गेंद से खेलते हैं।

लड़कियाँ और लड़के रेत के द्वारा रेत का घर बनाते हैं। बीच-बीच में लहरें रेत के घर को बहा ले जाती हैं। यह खेल चलता ही रहता है। समुद्र के किनारे केवल पर्यटन (भ्रमण) के स्थान ही नहीं हैं। यहाँ मछुआरे भी अपनी जीविका को चलाते हैं।

पठित अवबोधनम्- Class 6 Sanskrit

निर्देशः- उपर्युक्तं गद्यांशं पठित्वा एतदाधारितप्रश्नानाम् उत्तराणि लिखत- (उपर्युक्त गद्यांश को पढ़कर इस पर आधारित प्रश्नों के उत्तर लिखिए)

प्रश्नाः-

(क) जनाः किमर्थम् समुद्रतटे आगच्छन्ति? (एकपदेन उत्तरत)

उत्तरम्- पर्यटनाय ।

(ख) तरङ्गाः किम् प्रवाहयन्ति? (एकपदेन उत्तरत)

उत्तरम्- बालुकागृहम् ।

(ग) केचन जनाः काभिः जलविहारं कुर्वन्ति? (पूर्णवाक्येन उत्तरत)

उत्तरम्- केचन जनाः नौकाभिः जलविहारं कुर्वन्ति ।

(घ) ‘बालुकाभिः’ इत्यत्र का विभक्तिः?

उत्तरम्- तृतीया ।

(ङ) “बालिकाः बालुकागृहं …………………… ।” अत्र समुचितं क्रियापदं किम्?

उत्तरम्- रचयन्ति ।

(2) Class 6 Sanskrit Chapter 6 Hindi translation

अस्माकं देशे ………………………… सागरतटेषु दीर्घतमः ।

सरलार्थ- हमारे देश में अनेक समुद्रतट हैं। इनमें मुम्बई, गोवा, कोच्चि, कन्याकुमारी, विशाखापत्तनम् और पुरी के तट अत्यधिक प्रसिद्ध हैं। गोवा का तट विदेशी पर्यटकों (सैलानियों) को अत्यधिक अच्छा लगता है।

विशाखापत्तनम् का तट विदेशी व्यापार के लिए प्रसिद्ध है। कोच्चि का तट नारियल के फलों के लिए जाना जाता है। मुम्बई नगर के जुहू तट पर सभी लोग बेरोकटोक घूमते हैं। चेन्नई नगर का मेरीना तट देश के समुद्री तटों में सबसे लम्बा है ।

पठित अवबोधनम्- Class 6 Sanskrit

प्रश्नाः-

(क) विदेशिपर्यटकेभ्यः कः तटः समधिकं रोचते? (एकपदेन उत्तरत)

उत्तरम्- गोवातटः ।

(ख) कोच्चितटः केभ्यः ज्ञायते? (एकपदेन उत्तरत)

उत्तरम्- नारिकेलफलेभ्यः ।

(ग) भारतदेशस्य सागरतटेषु दीर्घतमः तटः कः? (पूर्णवाक्येन उत्तरत)

उत्तरम्- चेन्नईनगरस्य मेरीनातटः भारतदेशस्य सागरतटेषु दीर्घतमः ।

(घ) ‘अतीव’ इति पदस्य सन्धिविच्छेदं कुरुत ।

उत्तरम्- अति + इव ।

(ङ) ‘तटेषु’ इति पदे का विभक्तिः?

उत्तरम्- सप्तमी ।

(3) Class 6 Sanskrit Chapter 6 Hindi translation

भारतस्य तिसृषु …………………………… द्रष्टुं शक्यते ।

सरलार्थ- भारत की तीनों दिशाओं में समुद्रतट हैं। इस कारण से ही भारत देश ‘प्रायद्वीप’ कहा जाता है। पूर्व दिशा में बंगाल की खाड़ी, दक्षिण दिशा में हिन्द महासागर और पश्चिम दिशा में अरब सागर है।

इन तीनों सागरों (समुद्रों) का संगम (मेल) कन्याकुमारी के तट पर होता है। यहाँ पूर्णिमा के दिन चन्द्रोदय और सूर्यास्त को एक ही साथ देखा जा सकता है।

पठित अवबोधनम्- Class 6 Sanskrit

प्रश्नाः-

(क) कः देश: ‘प्रायद्वीप:’ कथ्यते? (एकपदेन उत्तरत)

उत्तरम्- भारतदेशः ।

(ख) त्रयाणां सागराणां सङ्गमः कुत्र भवति? (एकपदेन उत्तरत)

उत्तरम्- कन्याकुमारीतटे।              

(ग) कन्याकुमारीतटे पूर्णिमायां किम् किम् युगपदेव द्रष्टुं शक्यते? (पूर्णवाक्येन उत्तरत)

उत्तरम्- कन्याकुमारीतटे पूर्णिमायां चन्द्रोदयः सूर्यास्तं च युगपदेव द्रष्टुं शक्यते ।

(घ) ‘चन्द्रोदयः’ इति पदस्य सन्धिविच्छेदं कुरुत ।

उत्तरम्- चन्द्र + उदयः ।

(ङ) ‘…………………. अपि सागराणाम्।’ इत्यत्र विशेषणपदं किम्?

उत्तरम्- त्रयाणाम् ।

पाठ्यपुस्तक के प्रश्नोत्तर Class 6 Sanskrit Chapter 6

प्रश्न 1. उच्चारणं कुरुत (उच्चारण कीजिए)

तरङ्गैःमत्स्यजीविनःविदेशिपर्यटकेभ्यः
सङ्गमःतिसृषुवैदेशिकव्यापाराय
प्रायद्वीपःचन्द्रोदयःबङ्गोपसागरः

उत्तरम्- (नोट- उपर्युक्त पदों का उच्चारण अपने अध्यापकजी की सहायता से स्वयं कीजिए।)

प्रश्न 2. अधोलिखितानां प्रश्नानाम् उत्तरं लिखत (निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लिखिए)

(क) जनाः काभिः जलविहारं कुर्वन्ति?

उत्तरम्- जनाः नौकाभिः जलविहारं कुर्वन्ति।

(ख) भारतस्य दीर्घतमः समुद्रतटः कः?

उत्तरम्- भारतस्य दीर्घतमः समुद्रतट: मेरीनातटः।

(ग) जनाः कुत्र स्वैरं विहरन्ति?

उत्तरम्- जना: जुहूतटे स्वैरं विहरन्ति

(घ) बालकाः बालुकाभिः किं रचयन्ति?

उत्तरम्- बालकाः बालुकाभिः बालुकागृहं रचयन्ति।

(ङ) कोच्चितटः केभ्यः ज्ञायते?

उत्तरम्- कोच्चितटः नारिकेलफलेभ्यः ज्ञायते।

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प्रश्न 3. मञ्जूषातः पदानि चित्वा रिक्तस्थानानि पूरयत (मंजूषा से पदों को चुनकर रिक्तस्थानों की पूर्ति कीजिए)

बङ्गोपसागरः  प्रायद्वीपः  पर्यटनाय  क्रीडा  सङ्गमः

उत्तराणि-

(क) कन्याकुमारीतटे त्रयाणां सागराणां सङ्गमः भवति।

(ख) भारतदेशः ‘प्रायद्वीपः’ इति कथ्यते।

(ग) जनाः समुद्रतटं पर्यटनाय आगच्छन्ति।

(घ) बालेभ्यः क्रीडाः रोचते।

(ङ) भारतस्य पूर्वदिशायां बङ्गोपसागरः अस्ति।

प्रश्न 4. यथायोग्यं योजयत (यथायोग्य मेल कीजिए)

समुद्रतटःज्ञानाय
क्रीडनकम्पोषणाय
दुग्धम्प्रकाशाय
दीपकःपर्यटनाय
विद्याखेलनाय

उत्तरम्-

समुद्रतटःपर्यटनाय
क्रीडनकम्खेलनाय
दुग्धम्पोषणाय
दीपकःप्रकाशाय
विद्याज्ञानाय

प्रश्न 5. तृतीयाविभक्तिप्रयोगेण रिक्तस्थानानि पूरयत (तृतीया विभक्ति के प्रयोग के द्वारा रिक्तस्थानों की पूर्ति कीजिए)

यथा – व्योमः मित्रेण सह गच्छति। (मित्र)

उत्तराणि-

(क) बालकाः बालिकाभिः सह पठन्ति। (बालिका)

(ख) तडागः कमलैः विभाति। (कमल)

(ग) अहमपि कन्दुकेन खेलामि। (कन्दुक)

(घ) अश्वाः अश्वैः सह धावन्ति। (अश्व)

(ङ) मृगाः मृगैः सह चरन्ति। (मृग)

प्रश्न 6. अधोलिखितं वृत्तचित्रं पश्यत। उदाहरणानुसारेण कोष्ठकगतैः शब्दैः उचितवाक्यानि रचयत (नीचे लिखे वृत्तचित्र को देखो। उदाहरण के अनुसार कोष्ठक में दिए गए शब्दों के द्वारा उचित वाक्यों की रचना कीजिए।)

Class 6 Sanskrit Chapter 6 Samudra tat Q6

यथा- (1) रहीमः मित्रेण सह क्रीडति।

उत्तरम्- (2) रहीमः द्विचक्रिकया आपणं गच्छति।

(3) रहीमः कलमेन पत्रं लिखति।

(4) रहीमः हस्तेन कन्दुकं क्षिपति।

(5) रहीमः नौकया जलविहारं करोति।

(6) रहीमः चषकेन जलं पिबति।

(7) रहीमः तूलिकया चित्रं रचयति।

(8) रहीमः वायुयानेन ह्यः आगच्छत्।

(नोट- यहाँ रेखांकित शब्दों में तृतीया विभक्ति का प्रयोग हुआ है।)

प्रश्न 7. कोष्ठकात् उचितपदप्रयोगेण रिक्तस्थानानि पूरयत (कोष्ठक से उचित पद के प्रयोग के द्वारा रिक्तस्थानों की पूर्ति कीजिए)

(क) धनिकः …………………… धनं ददाति। (निर्धनम् या निर्धनाय)

(ख) बालः ………………….. विद्यालयं गच्छति। (पठनाय या पठनेन)

(ग) सज्जनाः ………………… जीवन्ति। (परोपकारम् या परोपकाराय)

(घ) प्रधानाचार्यः ……………………… पारितोषिकं यच्छति। (छात्राणाम् या छात्रेभ्यः)

(ङ) …………………… नमः। (शिक्षकाय/शिक्षकम्)

उत्तरम्-

(क) धनिकः निर्धनाय धनं ददाति।

(ख) बालः पठनाय विद्यालयं गच्छति।

(ग) सज्जनाः परोपकाराय जीवन्ति।

(घ) प्रधानाचार्यः छात्रेभ्यः पारितोषिकं यच्छति।

(ङ) शिक्षकाय नमः।

(नोट- इन वाक्यों में चतुर्थी विभक्ति का प्रयोग हुआ है।)

अन्य महत्त्वपूर्ण प्रश्नोत्तर Class 6 Sanskrit Chapter 6 Question Answer

बहुविकल्पात्मकप्रश्नाः Class 6 Sanskrit Chapter 6

प्रश्न 1. निम्नलिखितप्रश्नानाम् उत्तराणि विकल्पेभ्यः चित्वा लिखत-

(i) कः विदेशिपर्यटकेभ्यः समधिकं रोचते?

(अ) गोवातटः

(ब) कोच्चितटः

(स) मेरीनातटः

(द) जुहूतटः

उत्तरम्- (अ) गोवातटः

(ii) भारतस्य पूर्वदिशायां कः सागरः अस्ति?

(अ) अरबसागरः

(ब) हिन्दमहासागरः

(स) बङ्गोपसागरः

(द) कुन्दसागरः

उत्तरम्- (स) बङ्गोपसागरः

(iii) कन्याकुमारीतटे कति सागराणां सङ्गमः भवति?

(अ) द्वयोः

(ब) त्रयाणाम्

(स) चतुर्णाम्

(द) पञ्चानाम्

उत्तरम्- (ब) त्रयाणाम्

(iv) भारते नारिकेलफलेभ्यः कः तटः ज्ञायते?

(अ) कोच्चितटः

(ब) मेरीनातटः

(स) गोवातटः

(द) जुहूतटः

उत्तरम्- (अ) कोच्चितटः

(v) ‘प्रायद्वीपः’ इति कः कथ्यते?

(अ) बांग्लादेशः

(ब) पाकिस्तानदेशः

(स) भारतदेशः

(द) अमेरिकादेशः

उत्तरम्- (स) भारतदेशः

(vi) “नौकाभिः” इति पदे का विभक्तिः?

(अ) द्वितीया

(ब) तृतीया

(स) चतुर्थी

(द) पंचमी

उत्तरम्- (ब) तृतीया

अतिलघूत्तरात्मकप्रश्नाः Class 6 Sanskrit Chapter 6 Question Answer

प्रश्नः एकपदेन प्रश्नान् उत्तरत

(क) समुद्रतटे जनाः किमर्थम् आगच्छन्ति?

उत्तरम्- पर्यटनाय

(ख) गोवातटः केभ्यः समधिकं रोचते?

उत्तरम्- विदेशिपर्यटकेभ्यः

(ग) वैदेशिकव्यापाराय कः तटः प्रसिद्धः?

उत्तरम्- विशाखापत्तनम्-तटः

(घ) हिन्दमहासागरः कस्यां दिशायाम् अस्ति?

उत्तरम्- दक्षिणदिशायाम्

(ङ) भारतस्य कति दिशासु समद्रतटाः सन्ति?

उत्तरम्- तिसृषु

लघूत्तरात्मकप्रश्नाः Class 6 Sanskrit Chapter 6 Question Answer

प्रश्नः पूर्णवाक्येन प्रश्नान् उत्तरत

(क) समुद्रतटेषु के स्वजीविकां चालयन्ति?

उत्तरम्- समुद्रतटेषु मत्स्यजीविनः स्वजीविकां चालयन्ति।

(ख) कः देश: प्रायद्वीपः इति कथ्यते?

उत्तरम्- भारतदेशः प्रायद्वीपः इति कथ्यते

(ग) अरबसागरः कुत्र अस्ति?

उत्तरम्- अरबसागरः भारतस्य पश्चिमदिशायाम् अस्ति।

(घ) कन्याकुमारीतटे कति सागराणां सङ्गमः भवति?

उत्तरम्- कन्याकुमारीतटे त्रयाणां सागराणां सङ्गमः भवति।

(ङ) कुत्र पूर्णिमायां चन्द्रोदयः सूर्यास्तं च युगपदेव द्रष्टुं शक्यते?

उत्तरम्- कन्याकुमारीतटे पूर्णिमायां चन्द्रोदयः सूर्यास्तं च युगपदेव द्रष्टुं शक्यते।

NCERT Solutions for Class 6 Sanskrit Chapter 5 Vriksha

Class 6 Sanskrit Chapter 5 Vriksha

Class 6 Sanskrit Chapter 5 पञ्चमः पाठः वृक्षाः पाठ के श्लोकों का अन्वय एवं हिन्दी भावार्थ पाठ्यपुस्तक के प्रश्नोत्तर अन्य महत्त्वपूर्ण प्रश्नोत्तर बहुविकल्पात्मकप्रश्नाः अतिलघूत्तरात्मकप्रश्नाः लघुत्तरात्मकप्रश्नाः

Class 6 Sanskrit Chapter 5 वृक्षाः

पञ्चमः पाठः वृक्षाः पाठ परिचय- प्रस्तुत पाठ में अत्यन्त सरल श्लोकों के द्वारा वृक्षों के महत्त्व को बताया गया है। वृक्ष मनुष्यों के मित्र हैं। वे मनुष्यों के लिए कल्याणकारी तथा अत्यंत उपयोगी हैं। वृक्षों से ही वनों का निर्माण होता है।

वृक्षों की शाखाओं पर बैठे हुए पक्षी मधुर कलरव करते हैं मानो वृक्ष मनुष्यों का मनोरञ्जन करने के लिए मधुर गान कर रहे हों। वृक्ष स्वयं तो केवल पानी और वायु को ही ग्रहण करते हैं, किन्तु वे मनुष्यों के लिए छाया, फल, काष्ठ (लकड़ी) आदि प्रदान करते हैं। वास्तव में वृक्ष हमारे लिए महान् उपकारी हैं।

पाठ के कठिन शब्दार्थ Class 6 Sanskrit Chapter 5

वने वनेप्रत्येक वन में
निवसन्तःरहते हुए या रहने वाले
रचयन्तिरचते हैं या बनाते हैं
शाखाडालियाँ या टहनियाँ
दोलाझूला
आसीनाःबैठे हुए
विहगाःपक्षीगण
किमपिकुछ भी
कूजन्तिकूकते हैं या कूकती हैं
सन्ततम्निरन्तर या लगातार
साधुजनाःतपस्वी लोग या सज्जन
इवकी तरह
पिबन्तिपीते हैं
स्पृशन्तिस्पर्श करते हैं
नभःआकाश को
शिरस्सुसिर पर
वहन्तिढोते हैं
पयोदर्पणेजल रूपी दर्पण या आइने में
स्वप्रतिबिंबम्अपने प्रतिबिम्ब को
पश्यन्तिदेखते हैं
सत्कारम्आदर
स्वच्छायासंस्तरणम्अपनी छाया रूपी बिस्तरे को
प्रसार्यफैलाकर
कौतुकेनआश्चर्य से

पाठ के श्लोकों का अन्वय एवं हिन्दी भावार्थ-

(1) Class 6 Sanskrit Chapter 5 Hindi translation

वने वने निवसन्तो ……………….. रचयन्ति वृक्षाः ।।

अन्वयः – वृक्षाः वने वने निवसन्तः । वृक्षाः वनं वनं रचयन्ति।

हिन्दी भावार्थ- प्रत्येक वन में वृक्ष (पेड़) निवास करते हैं। वृक्ष प्रत्येक वन (जंगल) को बनाते हैं। अर्थात् वृक्षों से ही वनों का निर्माण होता है।

(2) Class 6 Sanskrit Chapter 5 Hindi translation

शाखादोलासीनाः विहगाः …………………………. कूजन्ति वृक्षाः ।।

अन्वयः – विहगाः शाखादोलासीनाः (सन्ति) । वृक्षाः तैः किमपि कूजन्ति।

हिन्दी भावार्थ- पक्षीगण शाखा (टहनी) रूपी झूलों पर बैठे हुए हैं। वृक्ष उनके द्वारा कुछ भी (कुछ-कुछ) कूजते हैं। अर्थात् वृक्ष मानो पक्षियों के माध्यम से कूकते हैं।

(3) Class 6 Sanskrit Chapter 5 Hindi translation

पिबन्ति पवनं जलं …………… इव सर्वे वृक्षाः ।।

अन्वयः – सर्वे वृक्षाः साधुजना इव पवनं जलं सन्ततं पिबन्ति।

हिन्दी भावार्थ- सभी वृक्ष सज्जन (तपस्वी) लोगों के समान हैं। वे निरन्तर वायु और जल पीते हैं। अर्थात् वृक्ष तपस्वी लोगों के समान संसार का कल्याण करते हैं।

(4) Class 6 Sanskrit Chapter 5 Hindi translation

स्पृशन्ति पादैः पातालं ………………….. वहन्ति वृक्षाः ।।

अन्वयः – वृक्षाः पादैः पातालं स्पृशन्ति, शिरस्सु च नभः वहन्ति।

हिन्दी भावार्थ- वृक्ष जड़ रूपी पैरों से पाताल का स्पृश करते हैं और सिर पर आकाश को वहन करते (ढोते) हैं।

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(5) Class 6 Sanskrit Chapter 5 Hindi translation

पयोदर्पणे स्वप्रतिबिम्बम् ………………… पश्यन्ति वृक्षाः ।।

अन्वयः – वृक्षाः पयोदर्पणे स्वप्रतिबिम्बं कौतुकेन पश्यन्ति।

हिन्दी भावार्थ- वृक्ष जल रूपी दर्पण (शीशे) में अपनी परछाई को उत्सुकता (आश्चर्य) से देखते हैं।

(6) Class 6 Sanskrit Chapter 5 Hindi translation

प्रसार्य स्वच्छायासंस्तरणम् …………………… सत्कारं वृक्षाः ।।

अन्वयः – वृक्षाः स्वच्छाया संस्तरणं प्रसार्य सत्कारं कुर्वन्ति।

हिन्दी भावार्थ- वृक्ष अपनी छाया रूपी बिस्तर को फैला कर लोगों का सत्कार करते हैं। अर्थात् वृक्ष लोगों को छाया प्रदान करते हैं, अतः वे अत्यन्त उपकारी हैं।

पाठ्यपुस्तक के प्रश्नोत्तर Class 6 Sanskrit Chapter 5

प्रश्न 1. वचनानुसारं रिक्तस्थानानि पूरयत (वचन के अनुसार रिक्तस्थान की पूर्ति कीजिए)

 एकवचनम्द्विवचनम्बहुवचनम्
यथा- वनम्वनेवनानि
उत्तरम्-जलम्जलेजलानि
 बिम्बम्बिम्बेबिम्बानि
 पवनम्पवनौपवनान्
 जनम्जनौजनान्

प्रश्न 2. कोष्ठकेषु प्रदत्तशब्देषु उपयुक्तविभक्तिं योजयित्वा रिक्तस्थानानि पूरयत (कोष्ठकों में दिए गए शब्दों में उचित विभक्ति जोड़कर रिक्तस्थानों की पूर्ति कीजिए)

यथा- अहं रोटिकां खादामि। (रोटिका)

(क) त्वं ……………………… पिबसि। (जल)

(ख) छात्रः ………………… पश्यति। (दूरदर्शन)

(ग) वृक्षाः ………………… पिबन्ति। (पवन)

(घ) ताः ………………… लिखन्ति। (कथा)

(ङ) आवाम् ………………… गच्छावः। (जन्तुशाला)

उत्तरम्-

(क) त्वं जलं पिबसि।

(ख) छात्रः दूरदर्शनं पश्यति।

(ग) वृक्षाः पवनं पिबन्ति।

(घ) ताः कथां लिखन्ति।

(ङ) आवां जन्तुशालां गच्छावः।

प्रश्न 3. अधोलिखितेषु वाक्येषु कर्तृपदानि चिनुत (अधोलिखित वाक्यों में कर्तृपदों का चयन कीजिए)

(क) वृक्षाः नभः शिरस्सु वहन्ति।

उत्तरम्- वृक्षाः।

(ख) विहगाः वृक्षेषु कूजन्ति।

उत्तरम्- विहगाः।

(ग) पयोदर्पणे वृक्षाः स्वप्रतिबिम्बं पश्यन्ति।

उत्तरम्- वृक्षाः।

(घ) कृषकः अन्नानि उत्पादयति।

उत्तरम्- कृषकः।

(ङ) सरोवरे मत्स्याः सन्ति।

उत्तरम्– मत्स्याः।

प्रश्न 4. प्रश्नानामुत्तराणि एकपदेन लिखत (प्रश्नों के उत्तर एक पद में लिखिए)

(क) वृक्षाः कैः पातालं स्पृशन्ति?

उत्तरम्- पादैः।

(ख) वृक्षाः किं रचयन्ति?

उत्तरम्- वनं।

(ग) विहगाः कुत्र आसीनाः?

उत्तरम्- शाखासु।

(घ) कौतुकेन वृक्षाः किं पश्यन्ति?

उत्तरम्- स्वप्रतिबिम्बम्।

प्रश्न 5. समुचितैः पदैः रिक्तस्थानानि पूरयत। (समुचित पदों के द्वारा रिक्तस्थानों की पूर्ति कीजिए।)

उत्तरम्-

विभक्तिःएकवचनम्द्विवचनम्बहुवचनम्
प्रथमागजःगजौगजाः
 अश्वःअश्वौअश्वाः
द्वितीयासूर्यम्सूर्यौसूर्यान्
 चन्द्रम्चन्द्रौचन्द्रान्
तृतीयाविडालेनविडालाभ्याम्विडालैः
 मण्डूकेनमण्डूकाभ्याम्मण्डूकैः
चतुर्थीसर्पायसर्पाभ्याम्सर्पेभ्यः
 वानरायवानराभ्याम्वानरेभ्यः
पञ्चमीमोदकात्मोदकाभ्याम्मोदकेभ्यः
 वृक्षात्वृक्षाभ्याम्वृक्षेभ्यः
षष्ठीजनस्यजनयोःजनानाम्
 शुकस्यशुकयोःशुकानाम्
सप्तमीशिक्षकेशिक्षकयोःशिक्षकेषु
 मयूरेमयूरयोःमयूरेषु
सम्बोधनम्हे बालक !हे बालकौ !हे बालकाः !
 हे नर्तक !हे नर्तकाः !हे नर्तकौ !

प्रश्न 6. भिन्नप्रकृतिकं पदं चिनुत (भिन्न प्रकृति वाले पद को चुनिए)

(क) गङ्गा, लता, यमुना, नर्मदा।

उत्तरम्- लता

(ख) उद्यानम्, कुसुमम्, फलम्, चित्रम्।

उत्तरम्- चित्रम्

(ग) लेखनी, तूलिका, चटका, पाठशाला।

उत्तरम्- चटका

(घ) आम्रम्, कदलीफलम्, मोदकम्, नारङ्गम् ।

उत्तरम्- मोदकम्

अन्य महत्त्वपूर्ण प्रश्नोत्तर वृक्षाः

बहुविकल्पात्मकप्रश्नाः-

प्रश्न 1. निम्नलिखितप्रश्नानाम् उत्तराणि प्रदत्तविकल्पेभ्यः चित्वा लिखत-

(i) ‘कूजन्ति’ इति पदे कः लकारः?

(अ) लट्

(ब) लृट्

(स) लोट्

(द) लड्

उत्तरम्- (अ) लट्

(ii) ‘पादै’ इति पदे का विभक्तिः?

(अ) द्वितीया

(ब) चतुर्थी

(स) तृतीया

(द) षष्ठी

उत्तरम्- (स) तृतीया

(iii) वृक्षाः किं रचयन्ति?

(अ) पर्वतम्

(ब) वनम्

(स) भवनम्

(द) नदीम्

उत्तरम्- (ब) वनम्

(iv) साधुजना: इव के सन्ति?

(अ) धनिकाः

(ब) पर्वताः

(स) बालकाः

(द) वृक्षाः

उत्तरम्- (द) वृक्षाः

(v) वृक्षाः पादैः कम् स्पृशन्ति?

(अ) पातालम्

(ब) आकाशम्

(स) पताकाम्

(द) भूलोकम्

उत्तरम्- (अ) पातालम्

(vi) ‘विहगाः’ इति पदस्य अर्थः कः?

(अ) मृगाः

(ब) गजाः

(स) खगाः

(द) सिंहाः

उत्तरम्- (स) खगाः

अतिलघूत्तरात्मकप्रश्नाः Vriksha

प्रश्नः – एकपदेन प्रश्नान् उत्तरत

(क) वने वने के निवसन्ति?

उत्तरम्- वृक्षाः

(ख) वृक्षाः शिरस्सु किम् वहन्ति?

उत्तरम्- नभः

(ग) वृक्षाः स्वप्रतिबिम्बं कौतुकेन कुत्र पश्यन्ति?

उत्तरम्- पयोदर्पणे

(घ) साधुजनाः इव के सन्ति?

उत्तरम्- वृक्षाः

लघुत्तरात्मकप्रश्नाः Class 6 Sanskrit Chapter 5 Question Answer

प्रश्नः – पूर्णवाक्येन प्रश्नान् उत्तरत

(क) वनं वनं के रचयन्ति?

उत्तरम्- वनं वनं वृक्षाः रचयन्ति।

(ख) वृक्षाः कैः किमपि कूजन्ति?

उत्तरम्- वृक्षाः विहगैः किमपि कूजन्ति।

(ग) सर्वे वृक्षाः सन्ततं किं पिबन्ति?

उत्तरम्- सर्वे वृक्षाः सन्ततं पवनं जलं च पिबन्ति।

(घ) वृक्षाः कथं सत्कारं कुर्वन्ति?

उत्तरम्- वृक्षाः स्वच्छायासंस्तरणं प्रसार्य सत्कारं कुर्वन्ति।

NCERT Solutions for Class 6 Sanskrit Chapter 4 Vidyalaya

Class 6 Sanskrit Chapter 4 Vidyalaya

चतुर्थः पाठः विद्यालयः Class 6 Sanskrit Chapter 4

Class 6 Sanskrit Chapter 4 Vidyalaya, चतुर्थः पाठः विद्यालयः, पाठ के कठिन शब्दार्थ, पाठ का हिन्दी अनुवाद, पाठ्यपुस्तक के प्रश्नोत्तर, अन्य महत्त्वपूर्ण प्रश्नोत्तर

चतुर्थः पाठः विद्यालयः

पाठ परिचय- प्रस्तुत पाठ में ‘विद्यालय’ पर आधारित बालकों के वार्तालाप एवं चित्रों के माध्यम से सर्वनाम शब्दों का प्रयोग बताया गया है। संज्ञा के स्थान पर प्रयुक्त होने वाले शब्द सर्वनाम कहलाते हैं। संज्ञा शब्द में जो विभक्ति, वचन तथा लिङ्ग होते हैं, सर्वनाम शब्दों में भी वही विभक्ति, वचन एवं लिङ्ग प्रयुक्त होते हैं।

पाठ के कठिन शब्दार्थ Class 6 Sanskrit Chapter 4

सङ्गणकयन्त्राणि(अनेक) कम्प्यूटर
अस्माकम्हमारा या हम लोगों का
वयम् (सर्वनाम)हम सब
तवतेरा
मम्मेरा
त्वम् (सर्वनाम)तुम
अहम् (सर्वनाम)मैं
एव (अव्यय)ही
अपि (अव्यय)भी
इदानीम् (अव्यय)अब या इस समय
आवाम् (सर्वनाम)हम दोनों
मित्रे (नपुं.)(दो) मित्र
स्वः(हम दोनों) हैं
यूयम् (सर्वनाम)तुम सब
आचार्यैशिक्षिका (सम्बोधन)
युष्माकम्तुम्हारा या तुम लोगों का
कुत्रकहाँ
सभागारम्सभागार को
युवाम् (सर्वनाम)तुम दोनों
आचार्यगुरु या शिक्षक
शोभनम्अच्छा
गायावः(हम दो) गाते हैं या गाती हैं
रचयावः(हम दो) बनाते हैं या बनाती हैं

पाठ का हिन्दी अनुवाद Class 6 Sanskrit Chapter 4 Hindi translation

(1) Class 6 Sanskrit Chapter 4 Hindi translation

एषः विद्यालयः। अत्र छात्राः ……………………… कीडामः पठामः च।

हिन्दी अनुवाद- यह विद्यालय है। यहाँ छात्र, शिक्षक और शिक्षिकाएँ हैं। यह कम्प्यूटर प्रयोगशाला है। ये अनेक कम्प्यूटर हैं।

यह हमारे विद्यालय का बगीचा है। बगीचे में पुष्प हैं। हम सब यहाँ खेलते हैं और पढ़ते हैं।

(2) Class 6 Sanskrit Chapter 4 Hindi translation

ऋचा – तव नाम किम्? ………………………… आवां मित्रे स्वः।

हिन्दी अनुवाद-

ऋचा – तुम्हारा नाम क्या है?

प्रणव – मेरा नाम प्रणव है। तुम्हारा नाम क्या है?

ऋचा – मेरा नाम ऋचा है। तुम कहाँ पढ़ते हो?

प्रणव – मैं यहीं पढ़ता हूँ।

ऋचा – मैं भी यहीं पढ़ती हूँ। अब हम दोनों मित्र हैं।

(3) Class 6 Sanskrit Chapter 4 Hindi translation

शिक्षिका – छात्राः ! यूयं किं कुरुथ? ………………………… पुस्तकानि अत्र सन्ति।

हिन्दी अनुवाद-

शिक्षिका – छात्राओ ! तुम सब क्या कर रही हो?

छात्राएँ – हे शिक्षिका ! हम सब जा रही हैं।

शिक्षिका – तुम सब कहाँ जा रही हो?

छात्राएँ – हम सब सभागार को जा रही हैं।

शिक्षिका – तुम्हारी पुस्तकें कहाँ हैं?

छात्राएँ – हमारी पुस्तकें यहाँ हैं।

(4) Class 6 Sanskrit Chapter 4 Hindi translation

शिक्षकः- छात्रौ ! युवां किं कुरुथः? …………………………… बहुशोभनम्।

हिन्दी अनुवाद-

शिक्षक – हे छात्रो ! तुम दोनों क्या कर रहे हो?

दोनों छात्र – हे आचार्य ! हम दोनों श्लोक गा रहे हैं।

शिक्षक – अच्छा, क्या तुम दोनों श्लोक नहीं लिख रहे हो?

दोनों छात्र – हम दोनों लिख रहे हैं, पढ़ रहे हैं, गा रहे हैं और चित्र भी बना रहे हैं।

शिक्षक – बहुत अच्छा।

पाठ्यपुस्तक के प्रश्नोत्तर Class 6 Sanskrit Chapter 4

प्रश्न 1. उच्चारणं कुरुत (उच्चारण कीजिए)

अहम्आवाम्वयम्
माम्आवाम्अस्मान्
ममआवयोःअस्माकम्
त्वम्युवाम्यूयम्
त्वाम्युवाम्युष्मान्
तवयुवयोःयुष्माकम्

उत्तरम्- (नोट- इन सर्वनाम पदों का उच्चारण छात्र स्वयं करें एवं इनका अर्थ भी ज्ञात करें।)

प्रश्न 2. निर्देशानुसारं परिवर्तनं कुरुत (निर्देशानुसार परिवर्तन कीजिए)

यथाअहं पठामि।(बहुवचने)वयं पठामः

उत्तरम्-

(क)अहं नृत्यामि।(बहुवचने)वयं नृत्यामः।
(ख)त्वं पठसि।(बहुवचने)यूयं पठथ।
(ग)युवां क्रीडथः।(एकवचने)त्वं क्रीडसि।
(घ)आवां गच्छावः।(बहुवचने)वयं गच्छामः।
(ङ)अस्माकं पुस्तकानि।(एकवचने)मम पुस्तकम्।
(च)तव गृहम्।(द्विवचने)युवयोः गृहम्।

प्रश्न 3. कोष्ठकात् उचितं शब्दं चित्वा रिक्तस्थानानि पूरयत (कोष्ठक से उचित शब्द चुनकर रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए)

(क) ……………… पठामि। (वयम् या अहम्)

(ख) ……………… गच्छथः। (युवाम् या यूयम्)

(ग) एतत् ……………… पुस्तकम्। (माम् या मम)

(घ) ……………… क्रीडनकानि। (युष्मान् या युष्माकम्)

(ङ) ………………… छात्रे स्वः। (वयम् या आवाम्).

(च) एषा ………………… लेखनी। (तव या त्वाम्)

उत्तराणि–

(क) अहम् पठामि।

(ख) युवाम् गच्छथः।

(ग) एतत् मम पुस्तकम्।

(घ) युष्माकम् क्रीडनकानि।

(ङ) आवाम् छात्रे स्वः।

(च) एषा तव लेखनी।

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प्रश्न 4. क्रियापदैः वाक्यानि पूरयत (क्रिया-पदों से वाक्य पूर्ण कीजिए)

पठसि  धावामः  गच्छावः  क्रीडथः  लिखामि  पश्यथ

यथा – अहं पठामि

उत्तरम्-

(क) त्वं पठसि

(ख) आवां गच्छावः

(ग) यूयं पश्यथ

(घ) अहं लिखामि

(ङ) युवां क्रीडथः

(च) वयं धावामः

प्रश्न 5. उचितपदैः वाक्यनिर्माणं कुरुत (उचित पदों के द्वारा वाक्य निर्माण कीजिए)

मम  तव   आवयोः   युवयोः   अस्माकम्   युष्माकम्

यथा – एषा मम पुस्तिका।

उत्तरम्-

(क) एतत् मम गृहम्।

(ख) तवः मैत्री दृढा।

(ग) एषः आवयोः विद्यालयः।

(घ) एषा युवयोः अध्यापिका।

(ङ) भारतम् अस्माकम् देशः।

(च) एतानि युष्माकम् पुस्तकानि।

प्रश्न 6. एकवचनपदस्य बहुवचनपदं बहुवचनपदस्य एकवचनपदं च लिखत (एकवचनपद के स्थान पर बहुवचनपद तथा बहुवचनपद के स्थान पर एकवचनपद लिखिए)

उत्तरम्-

यथाएषःएते
(क)सःते
(ख)ताःसा
(ग)एताःएषा
(घ)त्वम्यूयम्
(ङ)अस्माकम्मम
(च)तवयुष्माकम्
(छ)एतानिएतत्

प्रश्न 7.

(क) वार्तालापे रिक्तस्थानानि पूरयत (वार्तालाप में रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए)

यथा – प्रियंवदा – शकुन्तले! त्वं किं करोषि?

उत्तरम्-

शकुन्तला – प्रियंवदे ! अहं नृत्यामि, त्वं किं करोषि?

प्रियंवदा – शकुन्तले ! अहं गायामि। किं त्वं न गायसि?

शकुन्तला – प्रियंवदे ! अहं न गायामि। अहं तु नृत्यामि।

प्रियंवदा – शकुन्तले ! किं तव माता नृत्यति?

शकुन्तला – आम्, मम् माता अपि नृत्यति।

प्रियंवदा – साधु, आवां चलावः।

(ख) उपयुक्तेन अर्थेन सह योजयत (उपयुक्त अर्थ के साथ मेल कीजिए)

शब्दःअर्थः
सातुम दोनों का
तानितुम सब
अस्माकम्मेरा
यूयम्वह (स्त्रीलिङ्ग)
आवाम्तुम्हारा
ममवे (नपुंसकलिङ्ग)
युवयोःहम दोनों
तवहमारा

उत्तरम्-

शब्दःअर्थः
सावह (स्त्रीलिङ्ग)
तानिवे (नपुंसकलिङ्ग)
अस्माकम्हमारा
यूयम्तुम सब
आवाम्हम दोनों
मममेरा
युवयोःतुम दोनों का
तवतुम्हारा

अन्य महत्त्वपूर्ण प्रश्नोत्तर Class 6 Sanskrit Chapter 4

बहुविकल्पात्मकप्रश्नाः-

प्रश्न 1. अधोलिखितप्रश्नानां प्रदत्तविकल्पेभ्यः उत्तराणि चित्वा लिखत-

(i) ‘एताः बालिकाः अपि खेलिष्यन्ति।’ अत्र सर्वनामशब्दः कः?

(अ) एताः

(ब) अपि

(स) बालिकाः

(द) खेलिष्यन्ति

उत्तरम्- (अ) एताः

(ii) “एषः विद्यालयः अस्ति।” अत्र सर्वनामशब्दः कः?

(अ) एषा

(ब) अस्ति

(स) एषः

(द) विद्यालयः

उत्तरम्- (स) एषः

(iii) “नहि, मह्यं चलचित्रं रोचते।” अत्र सर्वनामशब्दः कः?

(अ) रोचते

(ब) मह्यम्

(स) चलचित्रं

(द) नहि

उत्तरम्- (ब) मह्यम्

(iv) “अतः वयं प्राचार्यं मिलामः।” अत्र सर्वनामशब्दः कः?

(अ) मिलामः

(ब) अतः

(स) प्राचार्य

(द) वयम्

उत्तरम्- (द) वयम्

(v) “सः द्रष्टुं न शक्नोति।” अत्र सर्वनामशब्दः कः?

(अ) सः

(ब) शक्नोति

(स) न

(द) द्रष्टुम्

उत्तरम्- (अ) सः

प्रश्न 2. कोष्ठकात् समुचितं पदं चित्वा रिक्तस्थानानि पूरयत-

(i) ……………… विद्यालयः। (एतत्, एषः, एषा)

(ii) ……………… सङ्गगणकयन्त्राणि सन्ति। (एतानि, एते, एताः)

(iii) वयम् अत्र ……………। (क्रीडावः, क्रीडन्ति, क्रीडामः)

(iv) ………………… नाम ऋचा। (मम, अहं, माम्)

(v) अहं अत्र एव ………………। (पठति, पठसि, पठामि)

(vi) ………………… कुत्र गच्छथ? (युवां, यूयं वयम्)

उत्तराणि–

(i) एषः

(ii) एतानि

(iii) क्रीडामः

(iv) मम

(v) पठामि

(vi) यूयम्

अतिलघूत्तरात्मकप्रश्नाः Class 6 Sanskrit Chapter 4 Question Answer

प्रश्नः- एकपदेन प्रश्नान् उत्तरत-

(क) एतत् कस्य उद्यानम् अस्ति?

उत्तरम्- विद्यालयस्य

(ख) उद्याने कानि सन्ति?

उत्तरम्- पुष्पाणि

(ग) वयम् कुत्र क्रीडामः?

उत्तरम्- उद्याने

(घ) प्रणवस्य मित्रं का अस्ति?

उत्तरम्- ऋचा

(ङ) छात्रौ किं गायतः?

उत्तरम्- श्लोकम्

लघूत्तरात्मकप्रश्नाः Class 6 Sanskrit Chapter 4 Vidyalaya

प्रश्नः- पूर्णवाक्येन प्रश्नान् उत्तरत-

(क) छात्राः कुत्र गच्छन्ति?

उत्तरम्- छात्राः सभागारं गच्छन्ति।

(ख) छात्रौ कानि रचयतः?

उत्तरम्- छात्रौ चित्राणि रचयतः।

(ग) एतानि कानि यन्त्राणि सन्ति?

उत्तरम्- एतानि सङ्गणक यन्त्राणि सन्ति।

(घ) विद्यालये के सन्ति?

उत्तरम्- विद्यालये छात्राः शिक्षकाः शिक्षिकाः च सन्ति।

Class 6 Sanskrit Chapter 3 Hindi translation

Class 6 Sanskrit Chapter 3 Hindi translation

Class 6 Sanskrit तृतीयः पाठः शब्दपरिचयः III

Class 6 Sanskrit Chapter 3 पाठ परिचय- प्रस्तुत पाठ में चित्रों के माध्यम से अकारान्त नपुंसकलिङ्ग शब्दों का ज्ञान कराया गया है। जो शब्द न तो पुंल्लिङ्ग होते हैं और न ही स्त्रीलिङ्ग होते हैं, वे नपुंसकलिङ्ग कहलाते हैं। जैसे- वस्त्रम्, पुस्तकम्, फलम्, भवनम् आदि।

जिस प्रकार संज्ञा शब्द नपुंसकलिङ्ग में भी होते हैं, उसी प्रकार सर्वनाम शब्द नपुंसकलिङ्ग में भी होते हैं। जैसे- तत्, तानि, एतत्, एतानि आदि।

इस पाठ में प्रयुक्त सभी शब्द अकारान्त नपुंसकलिङ्ग के हैं।

पाठ के कठिन शब्दार्थ Class 6 Sanskrit Chapter 3

अत्रयहाँ
खनित्रम्कुदाल, खन्ती
चालयतिचलाती है
गच्छतःजा रहे हैं/जा रही हैं
कदलीफलानिकेले के फल
स्तःहै
मधुराणिमीठे/अच्छे
नूतनानिनये
श्रमिकामजदूरनी
अङ्गुलीयकेदो अँगूठियाँ
पोषकाणिपोषक
सुवर्णकारःसुनार/सोनार
बसयानेदो बसें
भित्तिकम्घेरा, दीवार
एतत् ( नपुं.)यह
पुराणानिपुराने
एतानिये (नपुं., बहु.)
करवस्त्राणिरुमाल
रेलस्थानकम्स्टेशन
कुत्रकहाँ
एतेये दोनों
विश्रामगृहम्विश्रामालय

पाठ का हिन्दी अनुवाद Class 6 Sanskrit Chapter 3

(1) Class 6 Sanskrit Chapter 3 Hindi translation

एतत् किम्? एतत् …………………………… अत्र भित्तिकं न अस्ति।

हिन्दी अनुवाद-

यह क्या है?

यह कुदाल (फावड़ा) है।

मजदूरनी कुदाल चलाती है।

वह क्या है?   

वह विश्रामघर है।

क्या यहाँ दीवार है?

यहाँ दीवार नहीं है।

विशेष- इन सभी वाक्यों में कर्तृपद (संज्ञा व सर्वनाम पद) नपुंसकलिङ्ग एकवचन में हैं।

(2) Class 6 Sanskrit Chapter 3 Hindi translation

एते के? एते …………………………… रेलस्थानकं गच्छतः।

हिन्दी अनुवाद-

ये दो क्या हैं?

ये दो अंगूठियाँ हैं।

सुनार दो अंगूठियाँ बनाता है।

वे दो क्या हैं?

वे दो बसें हैं।

वे दोनों बसें कहाँ जाती हैं?

वे दोनों रेलवे स्टेशन जाती हैं।

विशेष- इन सभी वाक्यों में कर्तृपद (संज्ञा व सर्वनाम पद) नपुंसकलिङ्ग द्विवचन में हैं।

(3) Class 6 Sanskrit Chapter 3 Hindi translation

एतानि कानि? एतानि ……………………………… मधुराणि पोषकाणि च।

हिन्दी अनुवाद-

ये सब क्या हैं?

ये सब रूमाल हैं।

क्या ये पुराने हैं?

नहीं, ये तो नए हैं।

वे सब क्या हैं?

वे सब केले हैं।

क्या वे मीठे हैं?

हाँ, वे मीठे और पोषक हैं।

विशेष- यहाँ सभी वाक्यों में कर्तृपद (संज्ञा व सर्वनाम) नपुंसकलिङ्ग बहुवचन में हैं।

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पाठ्यपुस्तक के प्रश्नोत्तर Sanskrit Class 6 Chapter 3

प्रश्नः 1. (क) उच्चारणं कुरुत- (उच्चारण कीजिए)

फलम्गृहम्पात्रम्पुष्पम्
द्वारम्विमानम्कमलम्फलम्
सूत्रम्छत्रम्भवनम्जलम्

उत्तरम्- ये सभी शब्द अकारान्त नपुंसकलिङ्ग एकवचन में हैं। इनका उच्चारण छात्र अपने अध्यापक जी की सहायता से स्वयं करें एवं इनका अर्थ भी जानें।

(ख) चित्राणि दृष्ट्वा पदानि उच्चारयत- (चित्रों को देखकर शब्दों का उच्चारण कीजिए)

(नोट- पाठ्यपुस्तक में दिये गये चित्रों को देखें।)

उत्तरम्- चित्रों के नीचे दिये गए सभी नाम अकारान्त नपुंसकलिङ्ग में हैं। छात्र इन चित्रों को देखकर एवं उनका अर्थ जानकर शब्दों का उच्चारण करें।

प्रश्नः 2. (क) वर्णसंयोजनं कृत्वा पदं कोष्ठके लिखत- (वर्णों को जोड़कर शब्द कोष्ठक में लिखिए)

यथा- प् + अ + र् + ण् + अ + म् = पर्णम्

(i) ख् + अ + न् + इ + त् + र् + अ + म् = खनित्रम्

(ii) प् + उ + र् + आ + ण् + आ + न् + इ = पुराणानि

(iii) प् + ओ + ष् + अ + क् + आ + ण् + इ = पोषकाणि

(iv) क् + अ + ङ् + क् + अ + त् + अ + म् = कङ्कतम्

(ख) अधोलिखितानां पदानां वर्णविच्छेदं कुरुत- (निम्नलिखित पदों का वर्ण-विच्छेद कीजिए)

यथा- व्यजनम् = व् + य् + अ + ज् + अ + न् + अ + म्

उत्तरम्-

(i) पुस्तकम् = प् + उ + स् + त् + अ + क् + अ + म्

(ii) भित्तिकम् = भ् + इ + त् + त् + इ + क् + अ + म्

(iii) नूतनानि = न् + ऊ + त् + अ + न् + आ + न् + इ

(iv) वातायनम् = व् + आ + त् + आ + य् + अ + न् + अ + म्

(v) उपनेत्रम् = उ + प् + अ + न् + ए + त् + र् + अ + म्

प्रश्नः 3. चित्राणि दृष्ट्वा संस्कृतपदानि लिखत- (चित्र देखकर संस्कृत पद लिखिए)

(नोट- पाठ्यपुस्तक में दिये गये चित्रों को देखें।)

उत्तरम्- (क) आम्रम् (ख) पर्णम् (ग) व्यजनम् (घ) करवस्त्रम् (ङ) सूत्रम् (च) छत्रम्।

प्रश्नः 4. चित्रं दृष्ट्वा उत्तरं लिखत- (पाठ्यपुस्तक में चित्र देखकर उत्तर लिखिए)

यथा- किं पतति? – फलम्/पर्णम् पतति।

(क) मयूरौ किं कुरुतः?

उत्तरम्- मयूरौ नृत्यतः।

(ख) एते स्तः?

उत्तरम्- एते क्रीडनके स्तः।

(ग) बालिकाः किं कुर्वन्ति?

उत्तरम्- बालिकाः पठन्ति।

(घ) कानि विकसन्ति?

उत्तरम्- पुष्पाणि विकसन्ति।

प्रश्नः 5. निर्देशानुसारं वाक्यानि रचयत- (निर्देशानुसार वाक्य रचना कीजिए)

उत्तरम्-

यथाएतत् पततिबहुवचनेएतानि पतन्ति।
(क)एते पर्णे स्तःबहुवचनेएतानि पर्णानि सन्ति।
(ख)मयूरः नृत्यतिबहुवचनेमयूराः नृत्यन्ति।
(ग)एतानि यानानिद्विवचनेएते याने।
(घ)छात्रे लिखतःबहुवचनेछात्राः लिखन्ति।
(ङ)नारिकेलं पततिद्विवचनेनारिकेले पततः।
Sanskrit Class 6 Chapter 3

प्रश्नः 6. उचितपदानि संयोज्य वाक्यानि रचयत- (उचित पदों का मेल करके वाक्य बनाइए)

(क) कोकिले   विकसति

(ख) पवनः     नृत्यन्ति

(ग) पुष्पम्    उत्पतति

(घ) खगः     वहति

(ङ) मयूराः    गर्जन्ति

(च) सिंहाः     कूजतः

उत्तरम्-

(क) कोकिले कूजतः।

(ख) पवनः वहति।

(ग) पुष्पम् विकसति।

(घ) खगः उत्पतति।

(ङ) मयूराः नृत्यन्ति।

(च) सिंहाः गर्जन्ति।

अन्य महत्त्वपूर्ण प्रश्नोत्तर Sanskrit Class 6 Chapter 3

बहुविकल्पात्मकप्रश्नाः- Class 6 Sanskrit Chapter 3

प्रश्न 1. निम्नलिखितप्रश्नानाम् उत्तराणि प्रदत्तविकल्पेभ्यः चित्वा लिखत-

(i) ‘…………… पुस्तके स्तः।’ अत्र पूरणीयं सर्वनामपदं किम्?

(अ) ते

(ब) तानि

(स) तत्

(द) तौ

उत्तरम्- (अ) ते

(ii) ‘एतानि ………………… सन्ति।’ अत्र संज्ञापदं किम्?

(अ) फलम्

(ब) फले

(स) फलानि

(द) बालकाः

उत्तरम्- (स) फलानि

(iii) ‘बसयाने तत्र ………………… ।’ अत्र क्रियापदं किम्?

(अ) गच्छति

(ब) गच्छतः

(स) गच्छन्ति

(द) गच्छसि

उत्तरम्- (ब) गच्छतः

(iv) ‘खनित्रम्’ इति पदस्य अर्थः कः?

(अ) दीवार

(ब) अँगूठी

(स) पक्षी

(द) कुदाल

उत्तरम्- (द) कुदाल

(v) ‘पुराणम्’ इति पदस्य विलोमशब्दः कः?

(अ) नूतनम्

(ब) प्राचीनम्

(स) पुरातनम्

(द) सनातनम्

उत्तरम्- (अ) नूतनम्

(vi) ‘भित्तिकम्’ इति पदस्य बहुवचनस्य रूपं किम्?

(अ) भित्तिके

(ब) भित्तिकाः

(स) भित्तिकानि

(द) भित्तिकस्य

उत्तरम्- (स) भित्तिकानि

(vii) एतेषु अकारान्त नपुंसकलिङ्गः कः?

(अ) सेवकः

(ब) मुकुटम्

(स) मक्षिका

(द) सरिता

उत्तरम्- (ब) मुकुटम्

प्रश्न 2. कोष्ठकेभ्यः उचितं विकल्पं चित्वा वाक्यपूर्ति कुरुत-

(i) ……………… बसयाने तत्र गच्छतः। (तत्, ते, तानि)

(ii) …………… आम्राणि मधुराणि सन्ति। (एतत्, एते, एतानि)

(iii) …………… व्यजनं चलति। (तत्, ते, तानि)

(iv) …………… उद्यानं रम्यम्। (एतत्, एते, एतानि)

(v) मम ………… ‘कुत्र स्तः?  (पुस्तकं, पुस्तके, पुस्तकानि)

(vi) अत्र …………… विकसन्ति। (कमलं, कमले कमलानि)

उत्तराणि- (i) ते, (ii) एतानि, (iii) तत्, (iv) एतत्, (v) पुस्तके, (vi) कमलानि।

अतिलघूत्तरात्मकप्रश्नाः Class 6 Sanskrit Chapter 3

प्रश्नः- एकपदेन प्रश्नान् उत्तरत-

(क) श्रमिका किं चालयति?

उत्तरम्- खनित्रम्

(ख) विश्रामगृहे किं न अस्ति?

उत्तरम्- भित्तिकम्  

(ग) कः अङ्गुलीयके रचयति?

उत्तरम्- सुवर्णकारः

(घ) बसयाने कुत्र गच्छतः?

उत्तरम्- रेलस्थानकम्

(ङ) कानि नूतनानि सन्ति?

उत्तरम्- करवस्त्राणि।

लघूत्तरात्मकप्रश्नाः Class 6 Sanskrit Chapter 3 Question Answer

प्रश्न 1. अधोलिखितपदानां बहुवचनस्य रूपाणि लिखत-

(i) पुष्पम्

(ii) नारिकेलम्

(iii) व्यजनम्

(iv) पुस्तकम्

उत्तरम्-

(i) पुष्पाणि

(ii) नारिकेलानि

(iii) व्यजनानि

(iv) पुस्तकानि

प्रश्न 2. अधोलिखितपदानां द्विवचनस्य रूपाणि लिखत-

(i) कङ्कतम्

(ii) पुराणानि

(iii) पर्णम्

(iv) सोपानानि

उत्तरम्-

(i) कङ्कते

(ii) पुराणे

(iii) पर्णे

(iv) सोपाने

प्रश्न 3. निम्नलिखितपदेभ्यः अकारान्त नपुंसकलिङ्गस्य पदानि पृथक् कुरुत-

गृहाणि, कमलम्, ग्रामाः, छात्राः, पुष्पे, बालिके, छत्रम्, फले।

उत्तरम्- गृहाणि, कमलम्, पुष्पे, छत्रम्, फले ।

प्रश्न 4. कदलीफलानि कीदृशानि सन्ति? (पूर्णवाक्येन उत्तरत्)

उत्तरम्- कदलीफलानि मधुराणि पोषकाणि च सन्ति।

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NCERT Solutions for Class 6 Sanskrit Chapter 2

द्वितीयः पाठः शब्दपरिचयः II Class 6 Sanskrit Chapter 2

पाठ परिचय- प्रस्तुत पाठ में चित्रों के माध्यम से आकारान्त स्त्रीलिङ्ग शब्दों का ज्ञान कराया गया है। जिन शब्दों के अन्त में ‘आ’ स्वर आता है, वे आकारान्त शब्द कहलाते हैं तथा स्त्री जाति के लिए प्रयुक्त होने वाले शब्द ‘स्त्रीलिङ्ग’ कहलाते हैं।

यथा- छात्रा, बालिका, कक्षा, रमा, मक्षिका, माला, लता आदि। इसी के साथ पाठ में आकारान्त स्त्रीलिङ्ग शब्दों के साथ प्रयोग में आने वाले सर्वनाम शब्दों- सा, एषा, एताः आदि का भी ज्ञान कराया गया है। पाठ में संज्ञा, सर्वनाम तथा क्रियापदों का तीनों वचनों में प्रयोग हुआ है।

पाठ के कठिन शब्दार्थ Class 6 Sanskrit Chapter 2

एषायह (स्त्री.)
सूचयतिसूचित करती है
अजाः बकरियाँ
चालयतःचलाती हैं
विहरतःफुदक रही हैं
एवही
स्थालिकाःथालियाँ
आम्हाँ
चालिकेदो महिला ड्राइवर
घटिकाघड़ी
एतेये (द्विवचन, स्त्री.)
एताःये (बहुवचन, स्त्री.)
कुत्रकहाँ
कुरुतःकरती हैं
उपवनेबगीचे में
चरन्तिचरती हैं
चटकेदो गौरैया
कोकिलेदो कोयल
दोलाझूला

पाठ का हिन्दी अनुवाद Class 6 Sanskrit Chapter 2 Hindi translation

(1) Class 6 Sanskrit Chapter 2 Hindi translation

एषा का? एषा ………………………… घटिका समयं सूचयति ।

हिन्दी अनुवाद-

यह क्या है?

यह झूला है।

झूला कहाँ है?

झूला बगीचे में है।

वह क्या है?

वह घड़ी है।

घड़ी क्या सूचित करती है?

घड़ी समय सूचित करती है।

विशेष- यहाँ सभी वाक्यों में एकवचन तथा स्त्रीलिङ्ग शब्दों का प्रयोग हुआ है।

(2) Class 6 Sanskrit Chapter 2 Hindi translation

एते के? किम् एते ………………………. ते वाहनं चालयतः।

हिन्दी अनुवाद-

ये दो कौन हैं?

क्या ये दो कोयलें हैं?

नहीं, ये दो गौरैया हैं।

गौरैया क्या कर रही हैं?

ये दोनों फुदक रही हैं।

वे दो कौन हैं?

वे दो महिला ड्राइवर (चालक) हैं।

वे दोनों क्या कर रही (करती) हैं?

वे दोनों वाहन चला रही (चलाती) हैं।

विशेष- यहाँ सभी वाक्य द्विवचन में हैं तथा कर्तृपद स्त्रीलिङ्ग द्विवचन में हैं।

(3) Class 6 Sanskrit Chapter 2 Hindi translation

एताः काः? एताः ………………………………. ताः चरन्ति।

हिन्दी अनुवाद-

ये (सब) क्या हैं?

ये थालियाँ हैं।

क्या ये (सब) गोल हैं?

हाँ, ये गोल ही हैं।

वे (सब) क्या हैं?

वे बकरियाँ हैं।

वे क्या कर रही (करती) हैं?

वे चर रही (चरती) हैं।

विशेष- यहाँ सभी वाक्य स्त्रीलिङ्ग एवं बहुवचन में हैं।

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पाठ्यपुस्तक के प्रश्नोत्तर Class 6 Sanskrit Chapter 2

प्रश्नः 1. (क) उच्चारणं कुरुत- (उच्चारण कीजिए)

छात्रालताप्रयोगशालालेखिका
शिक्षकापेटिकामालासेविका
नौकाछुरिकाकलिकागायिका
Class 6 Sanskrit Chapter 2 Answer

उत्तरम्- (नोट- छात्र उपर्युक्त शब्दों का स्वयं उच्चारण करें एवं इनका अर्थ भी जानें। ये सभी आकारान्त स्त्रीलिङ्ग के शब्द हैं।)

(ख) चित्राणि दृष्ट्वा पदानि उच्चारयत। (चित्रों को देखकर पदों का उच्चारण कीजिए।)

उत्तरम्- (नोट- पाठ्यपुस्तक में दिये गये चित्रों को देखकर तथा उनका अर्थ समझते हुए पदों का उच्चारण कीजिए। ये सभी शब्द स्त्रीलिङ्ग के हैं।)

प्रश्नः 2. (क) वर्ण संयोजन कृत्वा पदं कोष्ठके लिखत- (वर्णों को जोड़कर पद कोष्ठक में लिखिए)

यथा- क् + उ + र् + उ + त् + अ: = कुरुतः

(i) उ + द् + य् + आ + न् + ए = उद्याने

(ii) स् + थ् + आ + ल् + इ + क् + आ = स्थालिका

(iii) घ् + अ + ट् + इ + क् + आ = घटिका

(iv) स् + त् + र् + ई + ल् + इ + ङ् + ग् + अः = स्त्रीलिङ्गः

(v) म् + आ + प् + इ + क् + आः = मापिकाः

(ख) पदानां वर्णविच्छेदं प्रदर्शयत- (पदों का वर्ण विच्छेद प्रदर्शित कीजिए)

यथा- कोकिले = क् ओ + क् + इ + ल् + ए

उत्तरम्-

(i) चटके = च् + अ + ट + अ + क् + ए

(ii) धाविकाः = ध् + आ + व् + इ + क् + आः

(iii) कुञ्चिका = क् + उ + ञ् + च् + इ + क् + आ

(iv) खट्वा = ख् + अ + ट् + व् + आ

(v) छुरिका = छ् + उ + र् + इ + क् + आ

प्रश्नः 3. चित्रं दृष्ट्वा संस्कृतपदं लिखत- (चित्र देखकर संस्कृत के पद लिखिए)

(नोट- पाठ्यपुस्तक में दिये गये चित्रों को देखें।)

उत्तरम्- (i) उत्पीठिका, (ii) पेटिका, (ii) नौका, (iv) चटका, (v) वृद्धा, (vi) मापिका

प्रश्नः 4. वचनानुसारं रिक्तस्थानानि पूरयत- (वचनानुसार रिक्तस्थानों की पूर्ति कीजिए)

 एकवचनम्द्विवचनम्बहुवचनम्
यथा-लतालतेलताः
उत्तरम्-गीतागीतेगीताः
 पेटिकापेटिकेपेटिकाः
 खट्वाखट्वेखट्वाः
 सातेताः
 रोटिकारोटिकेरोटिकाः
Class 6 Sanskrit Chapter 2

प्रश्नः 5. कोष्ठकात् उचितं शब्दं चित्वा वाक्यं पूरयत- (कोष्ठक से उचित शब्द चुनकर वाक्य की पूर्ति कीजिए)

यथा- बालिका पठति। (बालिका/बालिकाः)

(क) …………………… चरतः। (अजाः/अजे)

(ख) ……………………… सन्ति। (द्विचक्रिके/द्विचक्रिकाः)

(ग) ………………………… चलति। (नौके/नौका)

(घ) ………………… अस्ति। (सूचिके/सूचिका)

(ङ) ……………. उत्पतन्ति। (मक्षिकाः/मक्षिके)

उत्तरम्-

(क) अजे चरतः।

(ख) द्विचक्रिकाः सन्ति।

(ग) नौका चलति।

(घ) सूचिका अस्ति।

(ङ) मक्षिकाः उत्पतन्ति ।

प्रश्नः 6. सा, ते, ताः इत्येतेभ्यः उचितं सर्वनामपदं चित्वा रिक्तस्थानानि पूरयत-(सा, ते, ता:- इनमें उचित सर्वनाम पद का चयन करके रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए)

यथा- लता अस्ति। – सा अस्ति।

(क) महिलाः धावन्ति।

(ख) सुधा वदति।

(ग) जवनिके दोलतः।

(घ) पिपीलिकाः चलन्ति।

(ङ) चटके कूजतः।

उत्तरम्–

(क) ताः धावन्ति।

(ख) सा वदति।

(ग) ते दोलतः।

(घ) ताः चलन्ति।

(ङ) ते कूजतः।

प्रश्नः 7. मञ्जूषातः कर्तृपदं चित्वा रिक्तस्थानानि पूरयत- (मंजूषा से कर्तृपद का चयन करके रिक्तस्थान पूर्ति कीजिए)

लेखिका ,  बालकः,  सिंहाः,  त्रिचक्रिका ,  पुष्पमालाः

उत्तरम्–

(क) पुष्पमालाः सन्ति।

(ख) बालकः पश्यति।

(ग) लेखिका लिखति।

(घ) सिंहाः गर्जन्ति।

(ङ) त्रिचक्रिका चलति।

प्रश्नः 8. मञ्जूषातः कर्तृपदानुसारं क्रियापदं चित्वा रिक्तस्थानानि पूरयत- (मंजूषा से कर्तृपद के अनुसार क्रियापद चुनकर रिक्तस्थानपूर्ति कीजिए)

गायतः,  नृत्यति,  लिखन्ति,  पश्यन्ति,  विहरतः

उत्तरम्–

(क) सौम्या नृत्यति

(ख) चटके विहरतः

(ग) बालिके गायतः

(घ) छात्राः लिखन्ति

(ङ) जनाः पश्यन्ति

अन्य महत्त्वपूर्ण प्रश्नोत्तर Class 6 Sanskrit Chapter 2

बहुविकल्पात्मकप्रश्नाः Class 6 Sanskrit Chapter 2 Answer

प्रश्न 1. अधोलिखितप्रश्नानाम् उत्तराणि प्रदत्तविकल्पेभ्यः चित्वा लिखत-(अधोलिखित प्रश्नों के उत्तर प्रदत्त विकल्पों में से चुनकर लिखिए)

(i) …………………… दोला।’ अत्र पूरणीयं सर्वनाम पदं किम्?

(अ) एषा

(ब) एते

(स) एताः

(द) एषः

उत्तरम्– (अ) एषा

(ii) ‘एताः ……………।’ अत्र पूरणीयं संज्ञापदं किम्?

(अ) बालिका

(ब) बालिके

(स) बालिकाः

(द) बालकाः

उत्तरम्– (स) बालिकाः

(iii) ‘चटके ……………… ।’ अत्र पूरणीयं क्रियापदं किम्?

(अ) विहरति

(ब) विहरतः

(स) विहरन्ति

(द) विहरसि

उत्तरम्– (ब) विहरतः

(iv) अधोलिखितेषु आकारान्त स्त्रीलिङ्गः कः?

(अ) फलानि

(ब) गुरुः

(स) रमेशः

(द) माया

उत्तरम्– (द) माया

(v) एतेषु आकारान्त स्त्रीलिङ्गः कः?

(अ) रोटिके

(ब) पुस्तके

(स) फले

(द) वृक्षे

उत्तरम्– (अ) रोटिके

प्रश्न 2. कोष्ठकात् समुचितपदं चित्वा रिक्तस्थानानि पूरयत- (कोष्ठक से समुचित पद चुनकर रिक्त स्थानों की पूर्तिकीजिए)

(i) …………… दोला अस्ति। (एषः, एषा, एताः)

(ii) …………… घटिका अस्ति। (सा, ते, ताः)

(iii) …………… कोकिले स्तः। (एषा, एताः, एते)

(iv) …………. चालिके स्तः। (सा, ते, ताः)

(v) ……………… स्थालिकाः सन्ति। (एताः, एते, एषा)

(vi) ………… अजाः सन्ति। (सा, ताः, तानि)

उत्तराणि- (i) एषा, (ii) सा, (iii) एते, (iv) ते, (v) एताः, (vi) ताः।

अतिलघूत्तरात्मकप्रश्नाः Class 6 Sanskrit Chapter 2 Answer

प्रश्नः- एकपदेन प्रश्नान् उत्तरत-

(क) दोला कुत्र अस्ति?

उत्तरम्– उपवने

(ख) घटिका किं सूचयति?

उत्तरम्– समयम्

(ग) चटके किं कुरुत:?

उत्तरम्– विहरतः

(घ) वाहनं के चालयतः?

उत्तरम्– चालिके  

(ङ) अजाः किं कुर्वन्ति?

उत्तरम्– चरन्ति

लघूत्तरात्मकप्रश्ना: Class 6 Sanskrit Chapter 2 Answer

प्रश्न 1. अधोलिखितपदानाम् एकवचनस्य रूपाणि लिखत:-

(i) मालाः

उत्तरम्– माला

(ii) बालिकाः

उत्तरम्– बालिका

(iii) लते

उत्तरम्– लता

(iv) वीणाः

उत्तरम्– वीणा

प्रश्न 2. निम्नलिखितपदानां द्विवचनस्य रूपाणि लिखत:-

(i) नौका

उत्तरम्- नौके

(ii) बाला

उत्तरम्- बाले

(iii) दोला:

उत्तरम्- दोले

(iv) अजाः

उत्तरम्- अजे

प्रश्न 3. निम्नलिखितपदानां बहुवचनस्य रूपाणि लिखत:-

(i) चटका

उत्तरम्- चटकाः

(ii) छात्रा

उत्तरम्- छात्राः

(iii) लेखिका

उत्तरम्- लेखिकाः

(iv) एषा

उत्तरम्- एताः

NCERT Solution for Class 6 Sanskrit Chapter 1

NCERT Solution for Class 6 Sanskrit Chapter 1

Class 6 Sanskrit Chapter 1

पाठ परिचय-

पाठ के कठिन शब्दार्थ

पाठ का हिन्दी अनुवाद-

पाठ्यपुस्तक के प्रश्नोत्तर

ध्यातव्यम्-

अन्य महत्त्वपूर्ण प्रश्नोत्तर

रुचिरा- प्रथमो भागः प्रथमः पाठः- शब्दपरिचयः- I

पाठ परिचय- प्रस्तुत पाठ में चित्रों के माध्यम से अकारान्त पुंल्लिङ्ग शब्दों का परिचय कराया गया है। जिन शब्दों के अन्त में ‘अ’ स्वर आता है, वे अकारान्त शब्द कहलाते हैं। पुरुष जाति का ज्ञान कराने वाले शब्द पुंल्लिङ्ग कहलाते हैं। जैसे- राम, मोहन, वृक्ष, बालक, वृद्ध आदि।

पाठ में अकारान्त पुंल्लिङ्ग शब्दों के साथ प्रयोग में आने वाले सर्वनाम शब्दों का तथा कर्त्ता पद के साथ प्रयुक्त क्रियाओं (धातुओं) का भी प्रायोगिक ज्ञान कराया गया है। संज्ञा शब्दों में जो लिङ्ग, विभक्ति एवं वचन होता है, वही सर्वनाम में भी होता है। जैसे- एषः चषकः।

यहाँ ‘चषकः’ संज्ञा शब्द पुंल्लिग, प्रथमा विभक्ति व एकवचन का रूप है, अतः ‘एषः’ सर्वनाम भी पुंल्लिग, प्रथमा विभक्ति व एकवचन का रूप है। इसी प्रकार कर्ता जिस पुरुष एवं वचन का होता है, क्रिया भी उसी पुरुष एवं वचन की आती है। जैसे- बालकः पठति। सः क्रीडति। ते गच्छन्ति। आवां वदावः। यूयम् चलथ।

पाठ के कठिन शब्दार्थ- Sanskrit Class 6 Chapter 1

चषकःगिलास
बृहत्बड़ा
सौचिकःदर्जी
खेलतिखेलता है
सीव्यतिसिलाई करता है
शुनकोदो कुत्ते
गर्जतःगरजते हैं
उच्चैःजोर से
एतौये दोनों
बुक्कतःभौंकते हैं
बलीवर्दौदो बैल
धावतःदौड़ते हैं
कर्षतः जोतते हैं, जोत रहे हैं
वृद्धाःबूढ़े
गायन्तिगाते हैं, गायन करते हैं
हसन्तिहँसते हैं
स्यूताःथैले
हरितवर्णाःहरे रंग के
नीलवर्णाःनीले रंग के
Sanskrit Class 6 Chapter 1

पाठ का हिन्दी अनुवाद- Class 6 Sanskrit Chapter 1

(1) Class 6 Sanskrit Chapter 1 translation in Hindi

एषः कः? एषः ……………………… स: वस्त्रं सीव्यति।

हिन्दी अनुवाद-

यह क्या (कौन) है?’

यह गिलास है।

क्या यह बड़ा है?

नहीं, यह छोटा है।

वह कौन है?

वह दर्जी है।

दर्जी क्या करता है?

क्या वह खेलता है?

नहीं, वह कपड़ा सिलता (सींता) है।

विशेष- यहाँ सभी वाक्य एकवचन में प्रयुक्त हुए हैं।

(2) Class 6 Sanskrit Chapter 1 translation in Hindi

एतौ कौ? एतौ शुनकौ ……………………… तो क्षेत्रं कर्षतः।

हिन्दी अनुवाद-

ये दो कौन हैं?

ये दो कुत्ते हैं।

क्या ये दोनों गरजते हैं?

नहीं, ये दोनों जोर से भौंकते हैं।

वे दो कौन हैं?

वे दो बैल हैं।

क्या वे दोनों दौड़ रहे (दौड़ते) हैं?

नहीं, वे दोनों खेत जोत रहे (जोतते) हैं।

विशेष- उपर्युक्त सभी वाक्यों में द्विवचन का प्रयोग हुआ है।

(3) Class 6 Sanskrit Chapter 1 translation in Hindi

एते के? एते स्यूताः ……………. नहि ते हसन्ति।

हिन्दी अनुवाद-

ये (सब) कौन हैं?

ये थैले हैं।

क्या ये हरे रंग के हैं?

नहीं, ये नीले रंग के हैं।

वे कौन हैं?

वे वृद्ध (बूढ़े) हैं।

क्या वे गा रहे (गाते) हैं?

नहीं, वे हँस रहे (हँसते) हैं।

विशेष- उपर्युक्त सभी वाक्यों में बहुवचन का प्रयोग हुआ है।

पाठ्यपुस्तक के प्रश्नोत्तर Class 6 Sanskrit Chapter 1

प्रश्नः 1. (क) उच्चारणं कुरुत- (उच्चारण कीजिए)

छात्रःगजःघट:
शिक्षकःमकरःदीपकः
मयूरःबिडालःअश्वः
शुकःमूषकःचन्द्रः
बालकःचालकःगायकः
Sanskrit Class 6 Chapter 1

उत्तरम्- (नोट- उपर्युक्त सभी अकारान्त पुंल्लिङ्ग शब्दों का उच्चारण अपने अध्यापक जी की सहायता से स्वयं कीजिए तथा इनके अर्थ को भी जानिए।)

(ख) चित्राणि दृष्ट्वा पदानि उच्चारयत- (चित्रों को देखकर शब्दों का उच्चारण कीजिए) [नोट-पाठ्यपुस्तक में दिये गये चित्र को देखें।]

उत्तरम्- (नोट- पाठ्यपुस्तक में दिये गए चित्रों को देखकर तथा चित्रों के संस्कृत में नाम याद करते हुए उनका उच्चारण अपने अध्यापक जी की सहायता से कीजिए।)

प्रश्नः 2. (क) वर्णसंयोजनेन पदं लिखत- (वर्ण जोड कर पद लिखिए)

यथा- च् + अ + ष् + अ + क् + अ = चषकः।

उत्तरम्-

स् + औ + च् + इ + क् + अ = सौचिकः।

श् + उ + न् + अ + क् + औ = शुनकौ।

ध् + आ + व् + अ + त् + अः = धावतः।

व् + ऋ + द् + ध् + आः = वृद्धाः।

ग् + आ + य् + अ + न् + त् + इ = गायन्ति।

(ख) पदानां वर्णविच्छेदं प्रदर्शयत- (पदों का वर्णविच्छेद प्रदर्शित कीजिए)

यथा- लघुः = ल् + अ + घ् + उः

उत्तरम्-

सीव्यति = स् + ई + व् + य् + अ + त् + इ

वर्णाः = व् + अ + र् + ण् + आः

कुक्कुरौ = क् + उ + क् + क् + उ + र् +

मयूराः = म् + अ + य् + ऊ + र् + आः

बालकाः = ब् + आ + ल् + अ + क् + आः

प्रश्नः 3. उदाहरणं दृष्ट्वा रिक्तस्थानानि पूरयत- (उदाहरण देखकर रिक्तस्थानों की पूर्ति कीजिए)

यथा- चषक:  चषको   चषकाः

उत्तरम्-

बलीवर्दः  बलीवर्दौ बलीवर्दाः
शुनकः  शनकौ शुनकाः
मृगःमृगौमृगाः
सौचिकःसौचिकौसौचिकाः
मयूरःमयूरौमयूराः
Sanskrit Class 6 Chapter 1

प्रश्नः 4. चित्राणि दृष्ट्वा संस्कृतपदानि लिखत- (चित्रों को देखकर संस्कृत के पद लिखिए)

नोट- चित्र पाठ्यपुस्तक में दिये गए है।

उत्तरम्- (i) गजः, (ii) काकः, (iii) चन्द्रः (iv) तालः, (v) ऋक्ष:, (vi) बिडालः।

प्रश्नः 5. चित्र दृष्ट्वा उत्तरम् लिखत- (चित्र देखकर उत्तर लिखिए)

नोट- चित्र पाठ्यपुस्तक में दिये गए है।

यथा- बालकः किं करोति? “

उत्तरम्- बालकः पठति।

(i) अश्वौ किं कुरुतः?

उत्तरम्- अश्वौ धावतः।

(ii) कुक्कुराः किं कुर्वन्ति?

उत्तरम्- कुक्कुराः बक्कन्ति।

(iii) छात्रौ किं कुरुतः?

उत्तरम्- छात्रौ तिष्ठतः।

(iv) कृषकः किं करोति?

उत्तरम्- कृषक: क्षेत्रं कर्षति।

(v) गजौ किं कुरुतः?

उत्तरम्- गजौ चलतः।

प्रश्नः 6. पदानि संयोज्य वाक्यानि रचयत- (पदों को जोड़कर वाक्य बनाइए)

गजाः नृत्यन्ति
सिंहौगायति
गायकःपठतः
बालकोचलन्ति
मयूराःगर्जतः
Sanskrit Class 6 Chapter 1

उत्तरम्-

(i) गजाः चलन्ति।

(ii) सिंहौ गर्जतः।

(iii) गायकः गायति।

(iv) बालकौ पठतः।

(v) मयूराः नृत्यन्ति।

प्रश्नः 7. मजूषातः पदं चित्वा रिक्तस्थानानि पूरयत- (मञ्जूषा से पद चुनकर रिक्तस्थानों की पूर्ति कीजिए)

नृत्यन्ति, गर्जतः, धावति, चलतः, फलन्ति, खादति

उत्तरम्-

(क) मूयराः नृत्यन्ति।

(ख) गजौ चलतः।

(ग) वृक्षाः फलन्ति।

(घ) सिंहौ गर्जतः।

(ङ) वानरः खादति।

(च) अश्वः धावति।

प्रश्नः 8. सः, तौ, ते इत्येतेभ्यः उचितं सर्वनामपदं चित्वा रिक्तस्थानानि पूरयत- (सः, तौ, ते इनमें से उचित सर्वनाम पद चुनकर रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए)

यथा- अश्व: धावति। – सः धावति।

(क) गजा: चलन्ति।

उत्तरम्- ते चलन्ति।

(ख) छात्रौ पठतः।

उत्तरम्- तौ पठतः।

(ग) वानराः क्रीडन्ति।

उत्तरम्- ते क्रीडन्ति।

(घ) गायक: गायति।

उत्तरम्- सः गायति।

(ङ) मयूरा: नृत्यन्ति।

उत्तरम्- ते नृत्यन्ति।

ध्यातव्यम्- NCERT Solution for Class 6 Sanskrit Chapter 1

ध्यातव्यम्- NCERT Solution for Class 6 Sanskrit Chapter 1

(क) संस्कृत में तीन लिंग होते हैं।

उत्तरम्- पुंल्लिग, स्वीलिंग और नपुंसकलिंग।

(ख) संस्कृत में तीन पुरुष होते हैं।

उत्तरम्- प्रथम पुरुष, मध्यम पुरुष और उत्तम पुरुष।

(ग) संस्कृत में तीन वचन होते हैं।

उत्तरम्- एकवचन, द्विवचन और बहुवचन।

अन्य महत्त्वपूर्ण प्रश्नोत्तर Sanskrit Class 6 Chapter 1

बहुविकल्पात्मकप्रश्नः- Class 6 Sanskrit Chapter 1 Question Answer

प्रश्न 1. शुद्धम् उत्तरं चित्वा लिखत- (शुद्ध उत्तर चुनकर लिखिए)

(i) अधोलिखितेषु पुंल्लिङ्गः कः?

(अ) चटका

(ब) फलम्

(स) अश्वः

(द) पुस्तकम्

उत्तरम्- (स) अश्वः

(ii) अधोलिखितेषु अकारान्त पुंल्लिङ्गः कः?

(अ) नारी

(ब) कपोतः

(स) शिक्षा

(द) नदी

उत्तरम्- (ब) कपोतः

(iii) अधोलिखितेषु पुंल्लिङ्गशब्दः कः न अस्ति?

(अ) विद्यालयः

(ब) हिमालयः

(स) छात्रः

(द) कक्षा

उत्तरम्- (द) कक्षा

(iv) अधोलिखितेषु एकवचनस्य रूपं किम्?

(अ) सः

(ब) तौ

(स) तेभ्यः

(द) तानि

उत्तरम्- (अ) सः

(v) अधोलिखितेषु द्विवचनस्य रूपं किम्?

(अ) एषः

(ब) एषा

(स) एतौ

(द) एतानि

उत्तरम्- (स) एतौ

(vi) कुक्कुरः’ इत्यर्थे किम् पदम् अस्ति?

(अ) शुकः

(ब) शुकरः

(स) शृगालः

(द) शुनकः

उत्तरम्- (द) शुनकः

प्रश्न 2. कोष्ठकात् उचितं पदं चित्वा रिक्तस्थानानि पूरयत- (कोष्ठक से उचित पद चुनकर रिक्तस्थानों की पूर्ति कीजिए)

(i) ………… चषकः। (एषः, एतौ, एते)

(ii) …………… सौचिकः। (तौ, सः, ते)

(iii) एतौ ……… स्तः। (शुनकः, शुनकौ, शुनकाः)

(iv) ………… उच्चैः बुक्कतः। (एतौ, एते, एषः)

(v) ………… धावतः। (सः, तौ, ते)

(vi) तौ क्षेत्रं ………….। (कर्षतः, कर्षति, कर्षन्ति)

उत्तराणि- (i) एषः, (ii) सः, (iii) शुनकौ, (iv) एतौ, (v) तौ, (vi) कर्षतः।

अतिलघूत्तरात्मकप्रश्नाः- Class 6 Sanskrit Chapter 1 Question Answer

प्रश्नः- एकपदेन प्रश्नान् उत्तरत-

(क) चषकः कीदृशः अस्ति?

उत्तरम्- लघुः।

(ख) ‘दर्जी’ इत्यर्थे संस्कृते किं पदम्?

उत्तरम्- सौचिकः।

(ग) कौ उच्चैः बुक्कतः?

उत्तरम्- शुनकौ।  

(घ) बलीवर्दौ कम् कर्षतः?

उत्तरम्- क्षेत्रम्।  

लघूत्तरात्मकप्रश्नाः- Class 6 Sanskrit Chapter 1 Question Answer

प्रश्न 1. पूर्णवाक्येन प्रश्नान् उत्तरत-

(क) स्यूताः कीदृशाः सन्ति?

उत्तरम्- स्यूताः नीलवर्णाः सन्ति ।

(ख) वृद्धाः किं कुर्वन्ति?

उत्तरम्- वृद्धाः हसन्ति।

(ग) वस्त्रं कः सीव्यति?

उत्तरम्- वस्त्रं सौचिकः सीव्यति।

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प्रश्न 2. अधोलिखितपदानां हिन्द्याम अर्थ लिखत।

उत्तरम्-

पदम्हिन्दी अर्थ
बृहत्बड़ा
शुनकौदो कुत्ते
स्यूताःथैले
धावतःदौडते हैं
Sanskrit Class 6 Chapter 1

प्रश्न 3. संज्ञा-सर्वनामपदानि योजयत।

उत्तरम्-

(i) एते स्यूताः।

(i) ते वृद्धाः।

(ii) एषः चषकः।

(iv) एतौ शुनकौ।

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